गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में हार के बाद पार्टी को दोबारा से खड़ा करने के लिए सपा संरक्षक
मुलायम सिंह यादव भाई शिवपाल की वापसी के लिए उत्सुक थे। लेकिन शिवपाल और अखिलेश दोनों ने ही इन संभावाओं को नकार दिया। शिवपाल ने यह स्पष्ट तौर पर कहा था कि उनकी पार्टी का विलय सपा में नहीं होगा। वे प्रसपा को और मजबूत करेंगे और पार्टी को अकेले दम पर खड़ा करेंगे। उन्होंने सपा से गठबंधन की संभावनाओं से इंकार किया था। वहीं एक बार फिर शिवपाल ने सपा से गठबंधन के संकेत दिए हैं।
ये भी पढ़ें: शिवपाल के लिए आई बड़ी खबर, मुलायम सिंह यादव कर सकते हैं बड़ा ऐलान सपा के खिलाफ उतारे थे प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में प्रसपा से मौनपुरी सीट को छोड़कर प्रदेश की हर लोकसभा सीट पर सपा के खिलाफ प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। फिरोजाबाद से भतीजे अक्षय यादव के खिलाफ खुद उन्होंने ताल ठोंकी थी। लेकिन इस सीट से दोनों चाचा-भतीजे हार गए। अब शिवपाल (Shivpal Singh Yadav) ने अखिलेश के साथ आने के संकेत दिए हैं।