दरअसल, सतीश कुमार पांडेय, आयुक्त मेट्रो रेलवे सुरक्षा (सीएमआरएस) ने सोमवार को जनता के लिए मेट्रो सेवाओं के राजस्व वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने के लिए लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) को अपना प्रमाण पत्र दे दिया है।
आयुक्त मेट्रो रेल सुरक्षा ने 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम परिचालन गति पर मेट्रो ट्रेन के प्रशिक्षण का निरीक्षण करने के बाद अपनी मंजूरी दी। सुबह ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन से लेकर चारबाग मेट्रो स्टेशन तक ट्रेन को चलाकर वरिष्ठ एलएमआरसी अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया। ये ट्रायल रन पूरी तरह से सफल रहा।
इससे पहले, आयुक्त मेट्रो रेलवे सुरक्षा ने 27 मई, 28 जुलाई, 31 जुलाई और 1 अगस्त को मेट्रो परियोजना का निरीक्षण किया था। इस दौरान स्पेशल स्पैन के कुछ अतिरिक्त लोड टेस्ट और रोलिंग स्टॉक को अधिकतम गति 80 किमी प्रति घंटे पर चला कर देखा गया था। इन परीक्षणों को भी एलएमआरसी ने सीएमआरएस के अनिवार्य आवश्यकताओं के अनुसार किया गया था।
कभी भी होगी सकती है शुरुआत
सीएमआरएस की मंजूरी मिलने के बाद अब लखनऊ मेट्रो आमजन के लिए तैयार है। अन्य सारी ऑपचारिकताएं व प्रमाण पत्र पूर्व में ही प्राप्त कर लिये गए थे। अब प्रदेश सरकार की स्वीकृति व सहजता के अनुसार, तिथि का निर्धारण का इसकी शुरुआत की जाएगी। हालांकि अखिलेश यादव के सरकार में इसका उद्घाटन हो चुका है लेकिन कामर्शियल रन का शुभारंभ भी मु यमंत्री की ओर से हरी झंडी दिखाने पर संभावित है। एलएमआरसी अधिकारियों की मानें तो यह प्रदेश सरकार का निर्णय है कि वह कब इसे शुरू करने को कहेंगे।
सीएमआरएस की मंजूरी मिलने के बाद अब लखनऊ मेट्रो आमजन के लिए तैयार है। अन्य सारी ऑपचारिकताएं व प्रमाण पत्र पूर्व में ही प्राप्त कर लिये गए थे। अब प्रदेश सरकार की स्वीकृति व सहजता के अनुसार, तिथि का निर्धारण का इसकी शुरुआत की जाएगी। हालांकि अखिलेश यादव के सरकार में इसका उद्घाटन हो चुका है लेकिन कामर्शियल रन का शुभारंभ भी मु यमंत्री की ओर से हरी झंडी दिखाने पर संभावित है। एलएमआरसी अधिकारियों की मानें तो यह प्रदेश सरकार का निर्णय है कि वह कब इसे शुरू करने को कहेंगे।
टीपी नगर से चारबाग कर सकेंगे सफर
पहले चरण में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के मध्य मेट्रो का संचालन होगा। इसमें कुल आठ स्टेशन आएंगे। जिनके नाम क्रमश टीपी नगर, कृष्णानगर, सिंगारनगर, आलमबाग, आलमबाग बस अड्डा, मवैया, दुर्गापुरी व चारबाग हैं। इन स्टेशनों पर संचालन की सभी तैयारियां हो गईं है। टिकट काउंटर, एंटी व एग्जिट प्वाइंट, एस्केलेटर, डिस्प्ले बोर्ड सहित बैठने व पानी आदि की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, वर्तमान में मेट्रो के पास छह टे्रनें हैं, जिनका संचालन किया जाएगा। इस दौरान स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मेट्रो स्टेशनों को सजाया भी गया है। वहीं, सीएमआरएस की ओर से भी स्वीकृति मिल गई है।
पहले चरण में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के मध्य मेट्रो का संचालन होगा। इसमें कुल आठ स्टेशन आएंगे। जिनके नाम क्रमश टीपी नगर, कृष्णानगर, सिंगारनगर, आलमबाग, आलमबाग बस अड्डा, मवैया, दुर्गापुरी व चारबाग हैं। इन स्टेशनों पर संचालन की सभी तैयारियां हो गईं है। टिकट काउंटर, एंटी व एग्जिट प्वाइंट, एस्केलेटर, डिस्प्ले बोर्ड सहित बैठने व पानी आदि की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, वर्तमान में मेट्रो के पास छह टे्रनें हैं, जिनका संचालन किया जाएगा। इस दौरान स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मेट्रो स्टेशनों को सजाया भी गया है। वहीं, सीएमआरएस की ओर से भी स्वीकृति मिल गई है।
मार्च से अगस्त किया इंतजार
मेट्रो का संचालन तो वैसे २३ मार्च को होना था लेकिन तमाम रुकावटों के चलते यह टलता गया। इसके बाद आरडीएसओ, फायर व सबसे मुश्किल सीएमआरएस की ओर से एनओसी मिलने में समय लगा। लिहाजा, ये सब मिलने में पांच माह बीत गए।
रेल मंत्रालय से तकनीकी मंजूरी मिलने के बाद अंत में आयुक्त मेट्रो रेल सुरक्षा से प्रमाण पत्र के सभी तकनीकी मंजूरी प्राप्त कर ली है। यह एलएमआरसी की पूरी टीम द्वारा निरंतर कड़ी मेहनत और लखनऊ के लोगों की शुभकामनाएं और समर्थन के कारण ही संभव हुआ है। अब लखनऊ में विश्व स्तरीय मेट्रो सेवा के सार्वजनिक संचालन को शुरू करने के लिए किसी भी सुविधाजनक तिथि पर इसके सार्वजानिक संचालन को शुरू करने के लिए हम तैयार हैं। — कुमार केशव, प्रबंध निदेशक, एलएमआरसी