दिनदहाड़े अंजाम दी वारदात
जानकारी के मुताबिक रिटायर्ड जज विजय बहादुर यादव गोमतीनगर के विराट खंड 1/60 में पत्नी पार्वती (60) के साथ रहते हैं। वह पांच साल पूर्व मथुरा जिले से न्यायाधीश के पद से रिटायर हुए हैं। जो कि मूलरूप बलिया (यूपी) के रहने वाले हैं। वर्तमान में विजय बहादुर यादव स्टेट पब्लिक सर्विस ट्रिब्यूनल में अधिकारी पद पर तैनात है। विजय किसी काम से देवरिया गए हुए हैं। उनका एकलौता बेटा सिद्धार्थ दिल्ली में रहता है। मंगलवार दोपहर में उनकी पत्नी पार्वती घर पर अकेली थी। दोपहर में करीब 12 बजे उनके घर में लगी डोर बेल बजी। जब वह गेट पर पहुंची तो देखा, एक शख्स खड़ा है। दरवाजा खोलते ही करीब चार लोगों ने उन पर धावा बोल दिया।
कुरियर ब्वाय बन अंजाम दी वारदात
पीड़िता पार्वती ने पुलिस को बताया कि दरवाजे पर खड़े शख्स ने खुद को कुरियर वाला बताया। इस पर उन्होंने गेट खोल दिया। गेट खोलते ही करीब चार लोग घर में घूस गए और उन्हें जबरन कुछ सुंघा दिया। इससे वह बेहोश हो गई। डकैतों ने इसके बाद उन्हें बंधकर घर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया।
किराएदार व नौकर से पूछताछ
रिटायर्ड जज विजय बहादुर यादव के घर पर एक नौकर काम करता है। जो सुबह काम करने के बाद करीब 11 बजे चला जाता है। वहीं उनके घर पर एक किराएदार भी रहता है। जो कि वारदात के समय बैंक किसी काम से गया हुआ था। पुलिस इन दोनों से पूछताछ कर रही है।
करीबी का हाथ होने पर शक
थाना प्रभारी गोमती नगर आनंद प्रकाश शुक्ला का कहना है कि इस वारदात में किसी करीबी का हाथ हो सकता है। क्योंकि वारदात को अंजाम देने वालों को जानकारी थी कि विजय घर पर नहीं हैं। वहीं नौकर व किराएदार भी घर पर मौजूद नहीं। वहीं एक ओर परिवारिक विवाद के एंगल पर भी पुलिस काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
डकैतों का गढ़ बनता जा रहा पॉश इलाका
राजधानी का सबसे पॉश इलाका माना जाने वाला गोमती नगर क्षेत्र डकैतों का गढ़ बनता जा रहा है। इस क्षेत्र में बीते छह महीनों में सात से अधिक डकैती की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। 8 मई को गोमती नगर के विवेकखंड में रियल स्टेट कारोबारी के घर डकैती, 30 मई को विरामखंड पांच में बुर्जुग महिला व बेटी को बंधक बनाकर डकैती, 21 जुलाई को विशेषखंड में प्रोफेसर के घर में डकैती समेत कई वारादतों को अंजाम दिया जा चुका है।