यह भी पढ़ें – सीएम योगी की सख्ती का हुआ असर, कांवड़ यात्रा को लेकर हुआ ये काम, पहली बार बकरीद को लेकर हुआ ये ऐलान
हेलिकॉप्टर से बरसाए जाएंगे फूल
राज्य सरकार के मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाडेय ने कहा कि यात्रा के पहले जर्जर सड़कें और विद्युत व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। कांवड़ मार्ग को साफ करने और श्रद्घालुओं पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाने के आदेश दिए गए हैं। डीजे पर प्रतिबंध नहीं लगेगा, लेकिन सिर्फ भजन बजने चाहिए, फिल्मी गानों की अनुमति नहीं है। यात्रा के दौरान थर्मोकोल और पॉलीथिन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के आदेश दिए गए हैं। पांडेय ने कहा कांवड़ यात्रा में आठ हजार जवानों को तैनात किया जाएगा। कांवड़ मार्ग पर हर पांच किलोमीटर के दायरे में यूपी-100 की पीसीआर खड़ी रहेगी। यूपी-100 का रेस्पांस टाइम पूरे प्रदेश में 23 मिनट से घटाकर 14 मिनट किया गया है। कांवड़ यात्रा में यह रेस्पांस टाइम घटाकर 10 मिनट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पुलिस कंट्रोल रूम को उत्तर प्रदेश के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा, ताकि इन सभी राज्यों की पुलिस में समन्वय रहे। इसके अलावा विशेष तौर पर उत्तराखंड सरकार से भी विस्तार से चर्चा की गई है, क्योंकि लाखों की संख्या में शिवभक्त हरिद्वार और गोमुख जाते हैं।
यह भी पढ़ें – कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया बड़ा ऐलान, बकरीद को लेकर भी की अहम घोषणा
तैयार किया है ऐप
सरकार ने शिवभक्तों के लिए प्रदेशस्तर पर कांवड़ यात्रा मैनेजमेंट एप तैयार किया है। इस एप में शिवभक्तों के लिए शिविर, एंबुलेंस, पुलिस थाने से लेकर सभी प्रकार की सुविधाओं की जानकारी मौजूद रहेगी। इस एप की निगरानी प्रदेशस्तर पर बैठे उच्चाधिकारी करेंगे। पांडेय ने बताया कि शिव मंदिरों में स्वच्छता, उचित पेयजल, बिजली और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, और अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए भीड़ भरे स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें – योगी सरकार का सबसे बड़ा ऐलान, अब न करें बेटियों की शादी की चिंता, सरकार उठाएगी सारा खर्च
ड्रोन और हेलीकॉप्टर का होगा उपयोग
कांवड़ यात्रा की तैयारियों पर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि साल 2017 में 36 और साल 2018 में 17 घटनाएं कांवड़ा यात्रा (Kanwar Yatra) के दौरान हुई थीं। इस बार हमें इस तरह से काम करना है कि कहीं कोई चूक न हो पाए। हमारी रिस्पांस की टीम मेरठ और सहारनपुर में होगी। हमने लगभग 8oo पुलिसकर्मियों को तैनात करने की योजना बनाई है। हम निगरानी के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर का भी उपयोग करेंगे। आतंकवादी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए, आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) को तैनात किया जाएगा। स्नाइपर्स भी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि पिछले साल हमने 4 जगहों से आतंकियों को गिरफ्तार किया था इसलिए आतंकवादी जैसी घटनाओं से हम इनकार नहीं कर सकते। हमें बहुत ही सतर्क रहना होगा। साथ ही हमारा आईबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियो से तालमेल बना रहेगा ताकि हमें हर गतिविधि का पता लगता रहे। हमारा ध्यान अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर होगा। साथ ही हम डीजे जैसे साउंड में सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का पालन करेंगे। मीट की कोई भी दुकान इस मार्ग पर नहीं खुलनी चाहिए। सोशल मीडिया के जरिए कोई अफवाह न फैले। इस पर साइबर टीम को सतर्क रहना होगा।
यह भी पढ़ें – UP CM Yogi Adityanath का बड़ा ऐलान, इन 15 हजार युवाओं को देगी Sarkari Naukri
डीजे पर नहीं रहेगी प्रतिबंध
प्रदेश में 1 महीने तक चलने वाली कावड़ यात्रा 17 जुलाई से शुरू हो रही है। इस सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की साजिश लगातार रहे हैं। इनकी मंशा को कतई कामयाब नहीं होने देना है। सीएम योगी ने साफ किया कि कांवड़ यात्रा में पहले की तरह डीजे और माइक पर कोई प्रतिबंध नहीं लगेगा लेकिन डीजे की आवाज कानों को चुभने वाली कतई नहीं होगी। सभी इस बात का खास ध्यान रखेंगे कि डीजे पर सिर्फ भजन ही बजे। फिल्मी और अश्लील गाने ना बजने पाए। उन्होंने कहा कि दिए गए निर्देशों में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह भी पढ़ें – Lucknow Airport को लेकर हुआ बड़ा ऐलान, Modi Govt ने दी मंजूरी
बकरीद (Bakrid) पर बरतें सावधानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान बकरीद (Bakrid) का त्योहार भी पड़ेगा। इस साल बकरीद और कांवड़ यात्रा की अंतिम सोमवारी एक ही दिन 12 अगस्त को है। जिससे वह समय और भी ज्यादा संवेदनशील हो जाएगा। इसलिए सभी अफसर इस बात को सुनिश्चित कर लें कि कहीं पर अलग से कोई नई परंपरा न शुरू हो। साथ ही प्रतिबंधित श्रेणी का कोई जानवर बकरीद के दौरान न कटने पाए। सार्वजनिक क्षेत्रों पर भी जानवर नहीं काटे जाएंगे। प्रदेश के सभी संवेदनशील जगहों को चिन्हित करें और वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगवाएं। इसके अलावा रास्ते मे पड़ने वाले जर्जर तार और पोलों को ठीक करा लें। उन्होंने कहा कि डीएम और एसएसपी जेलों का नियमित निरीक्षण करें। आईजी, डीआई और कमिश्नर भी जेलों का औचक निरीक्षण करें। कप्तान प्रतिदिन एक थाने का निरीक्षण करें।