यह है मामला
कुशीनगर के तमकही क्षेत्र में जवही दयाल गांव के पास मौनी अमावस्या पर नारायणी नदी नट पर मेला लगता है। बताया जा रहा कि आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब खूब बिकती है। मेले में भी कच्ची खूब बिकी। लोगों ने छककर शराब की। मुनाफे के चक्कर में धंधेबाजों में शराब में उल्टा सीधा केमिकल मिलाकर बेचा जिससे शराब जहरीली हो चुकी थी। शराब पीने वाले अचानक से बीमार पड़ने लगे। गांव के हीरालाल, अवधू व डेबा की तबीयत रात में ही खराब हो गई। अगले दिन तीनों की तबीयत अधिक बिगड़ी और सुबह होते होते तीन मौतों से गांव में चीख पुकार मच गई। बेदूपार एहतमाली में चंचल और खैरटिया के मेघन प्रसाद की मौतों ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी। इसके बाद तो मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। बेदूपार एहतमाली के रामवृक्ष, खैरटिया के विजय, ओम दीक्षित ने भी जहरीली शराब की वजह से दम तोड़ दिया। गुरुवार को नौका टोला के रामनाथ की भी मौत हो गई। शुक्रवार को मिश्रौली के रविंद्र ने भी दम तोड़ दिया।
इसके अलावा बेदूपार के मीरहसन, छबीला, दिवाकर दीक्षित, जवहीं मुस्तकिल के साहब और विकास आदि अस्पताल में हैं।
मामला कई बार विधानसभा में उठ चुका क्षेत्रीय विधायक अजय कुमार लल्लू का आरोप है कि कच्ची शराब का धंधा कुछ सफेदपोशों और पुलिस-प्रशासन के संरक्षण में चलता है। कई बार वे विधानसभा में इस मामले को उठा चुके हैं। बीते दिनों व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इस बाबत कार्रवाई की मांग की थी लेकिन सरकार अपने भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दे रही। अगर समय से कार्रवाई हुई रहती तो दस जानें बच जाती।
ये हुए निलंबित
मामला विधानसभा में उठने के बाद प्रशासन ने आनन फानन में कार्रवाईयां शुरू की। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने सदन को जहरीली शराब कांड से हुई मौतों से अवगत कराया था। तमकुहीराज क्षेत्र में हुए शराब कांड में क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर हृदय नारायण पांडेय, प्रधान सिपाही प्रहलाद सिंह, राजेश कुमार तिवारी, सिपाही रवींद्र कुमार व ब्रह्मानंद श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया। जबकि एसपी कुशीनगर ने तरयासुजान एसओ विनय पाठक लाइन हाजिर किया, हल्का दरोगा भीखू राय व दो सिपाहियों कमलेश यादव व अनिल सिंह को निलंबित किया। इसके अलावा जिला आबकारी अधिकारी व तमकुहीराज सीओ को भी हटा दिया गया है।
सरकार ने किया मुआवजा का ऐलान शराब कांड में मौत के मुंह में समा चुके लोगों के परिजनों को योगी सरकार ने दो दो लाख और अस्पताल में भर्ती लोगों को पचास-पचास रुपये देने का ऐलान किया है।