शहर में 109 किमी तक स्मार्ट रोड्स का जाल बिछाया जाएगा, जिसमें मेडिकल फैसेलिटीज, वाटर, दिव्यांगों के लिए रैंप से लेकर सभी आधुनिक सुविधाओं को शामिल किया जाएगा, जो कानपुराइट्स को एक सुखद अहसास कराएंगी. फर्स्ट फेज में फूलबाग की 2.5 किमी. रोड के लिए टेंडर कॉल किए जा चुके हैं.
स्मार्ट रोड्स में बच्चों से लेकर दिव्यांगों तक के लिए हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. रोड के किनारे दिव्यांगों के लिए रैंप बनाए जाएंगे. यह सुविधा पार्कों, गवर्नमेंट ऑफिसेज सहित हॉस्पिटल से रैंप और रोड को कनेक्ट किया जाएगा, जिससे दिव्यांगों को रोड तक आने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. इसके अलावा पैदल रास्तों को आकर्षक बनाने के लिए आधुनिक स्टाइल के टाइल्स लगाए जाएंगे, इनकी खासियत यह होगी कि यह रात में रोशनी पडऩे पर चमकेंगे, जिससे लोगों को पैदल रास्ते में चलने पर कोई प्रॉब्लम नहीं होगी.
शहर में पॉल्यूशन को कम करने के लिए कानपुराइट्स में साइकिल का क्रेज बढऩे लगा है. पिछले 3 सालों में साइकिल के कारोबार में भी जबदस्त उछाल देखने को मिला है. सपा सरकार में बनाए गए साइकिल ट्रैक अब स्मार्ट सिटी में भी शामिल किए जाएंगे. हालांकि शहर में विकास नगर रोड पर साइकिल ट्रैक बनाया गया जो अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया, जबकि कालपी रोड पर लोग साइकिल ट्रैक का बखूबी यूज कर रहे हैं. अब स्मार्ट सिटी के अंतर्गत डबल पुलिया से कल्याणपुर रोड, वीआईपी रोड, नवाबगंज रोड सहित अन्य रोड्स पर साइकिल ट्रैक प्रस्तावित है. वहीं शुरुआती चरण में 25 किमी रोड पर साइकिल ट्रैक बनाया जाएगा.
स्मार्ट सिटी में चंडीगढ़ की तर्ज पर रोड्स के किनारे आकर्षक हरियाली की जाएगी, जिससे गर्मी के दिनों में भी राहगीरों को ठंडक का अहसास हो. रोड्स के किनारे डस्टबिन, एलईडी स्ट्रीट पोल, पैदल चलने के लिए रास्ता सहित कई अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी. इन रोड्स को बनाने वाली कंपनी को ही 5 साल तक इनका रख रखाव और सुधार करना होगा.