एफआईआर यात्रा पहुंची कानपुर
आजम खान के इण्टरव्यू के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिये अमर सिंह दिल्ली से लखनऊ तक की सड़क यात्रा पर निकले हैं और हर शहर में पड़ाव लेते हुए लोगों के साथ अपना दुख साझा कर रहे हैं। बुधवार की शाम अमर सिंह प्रेस कल्ब पहुंचे और मीडिया से रूबरू हुए। इस मौके पर उन्होंने आजम खां की तुलना कुकुरमुत्ते से कर डाली। उन्होंने कहा कि आजम खां मुलायम सिंह का लगाया हुआ है कुकुरमुत्ता है और उसी के इशारे पर यादव परिवार चलता है। कहा उन्हें बीस साल सपा में घुटन भरे दिन बिताने पड़े। जहां का एक ही नियम था कि सपा में रहना है तो आजम-अल्लाह कहना है। कईबार इसको लेकर मैंने मुलायम सिंह से बात की, पर यादव परिवार आजम खां को अपनी अनमोल धरोहर मानता रहा। इसी के चलते कई नेताओं ने सपा से दामन छोड़ दिया। खुद शिवपाल यादव ने अगल दल बना लिया, जिसे हमारे भतीजे अखिलेश यादव ने उन्हें बीजेपी की एबीसी पार्टी का नाम दिया है। पर मैं उनके दल को सिर्फ आजमवादी पार्टी का नया नाम दे रहा हूं।
यूपी पुलिस पर खड़े किए सवाल
सपा के पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ एफआइआर यात्रा लेकर निकले राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने यूपी पुलिस पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को न्यायप्रिय बताते हुए बोले कि मैंने पहली बार देखा है कि पुलिस सीएम की बात नहीं सुनती। मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद आजमगढ़ पुलिस ने आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया। उन्होंने कहा कि आजम खां पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक से मिला। मुख्यमंत्री ने पूरी बात सुनी और आजमगढ़ पुलिस को मुकदमे के लिखित आदेश दिए। मगर, अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री बलराम यादव को फोन करके कहा कि आजम कद्दावर नेता हैं, उन पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। आरोप लगाया कि लालगंज सीओ अब भी बलराम यादव को मंत्री मानता है। वह योगी को मुख्यमंत्री नहीं मानता, इसलिए मेरी पत्रावली बिना जांच के लखनऊ भेज दी।
डीजीपी पर लगाए आरोप
विवेक तिवारी हत्याकांड, उन्नाव दुष्कर्म कांड सहित कई घटनाओं का जिक्र करते हुए सांसद अमर सिंह ने कहा कि डीजीपी ओपी सिंह की पुलिस हत्यारे के समर्थन में काली पट्टी बांधती है। डीजीपी को शर्म से इस्तीफा दे देना चाहिए। हम सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि उन्हें हटाककर यूपी को नया डीजीपी दें, जिससे कि लोगों को इंसाफ मिल सके। अमर सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता ने सत्ता बदल दी, लेकिन खाकीधारी आज भी बुआ व बबुआ को अपना राजा मानते हैं और उनके इशारों पर काम करते हैं। ऐसे कई मामले सामने आए है, जहां पुलिस ने सपा नेताओं को बख्श निर्दोषो को जेल भेजा है। जब तक प्रदेश के डीजीपी नहीं बदले जाते, तब तक अपराध कम नहीं होंगे। क्योंकि अधिकतर वारदात आजम खां के पाले गुंडे कर रहे हैं।
वो चला जाएगा पाकिस्तान
अमर सिंह ने अखिलेश हमें अंकल कहते है उस नाते मेरी बेटिया उनकी बहन हुई। मुलायम सिंह जी सार्वजनिक रूप से मुझे भाई कहते हैं तो मेरी बेटिया उनकी भतीजी हुई। उनका पाला हुआ आजम आज मुलायम सिंह की भतीजियों को तेज़ाब भेज रहा है। अखिलेश और मुलायम की चुप्पी ये मौन स्वीकृति के लक्षण मुझे आश्चर्य कर रहे हैं। अमर सिंह ने कहा अगर कोई डिंपल यादव, अखिलेश या आजम की बीवी और बेटियों के लिए ऐसा कहता तो मैं उनके साथ खड़ा होता। सांसद ने सवाल उठाया कि जब मेरे जैसे व्यक्ति की यह स्थिति है तो आम इंसान की क्या सुनेगी पुलिस। साथ ही कहा कि आजम के पास तो पाकिस्तान जाने का भी विकल्प हैं, मैं कहां जाऊं।
एससी-एसटी एक्ट का नहीं होगा दुरूपयोग
2019 के लोकसभा चुनावों से जुड़े सवालों पर अमर सिंह का मानना है कि इस चुनाव में तेल और दलित एक्ट बड़ा मुद्दा रहेगें। लेकिन भाजपा का कवच बनते हुए ये भी कहते हैं कि केन्द्र में मोदी और राज्य में योगी के रहते दलित एक्ट का दुरूपयोग असम्भव है। यदि बुआ और बबुआ होते तो इसका डण्डा वर्ग विद्वेष फैलाने के लिये चल सकता था। उनके एक सवाल पर उन्होने फिर दोहराया कि वे शिवपाल यादव के लिये भाजपा में कोई पूलिंग नहीं कर रहे हैं। शिवपाल को बड़ा बंगला मिलना सिर्फ उनकी वरिष्ठता का सम्मान है। उन्होने कहा कि शशि थरूर की अच्छे हिन्दू- बुरे हिन्दू की परिभाषा उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पता चलेगी।