–ग्राम कोटड़ाराड़ी का मामला
बकानी. क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरखेड़ाकलां के ग्राम कोटड़ाराड़ी के राशन डीलर बजरंग की शिकायत ग्रामीणों द्वारा कुछ दिन पूर्व कलक्टर से की थी।
इसके पश्चात कलक्टर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जिला रसद अधिकारी को जांच सौंपी थी। इसके बाद दोपहर 3 बजे रसद इंस्पेक्टर मुकेश खींची ने ग्रामीणों पर जाकर रिपोर्ट बनाई। इसमें ग्रामीणों ने राशन डीलर पर गंभीर आरोप लगाए। ग्राम आमझर खुर्द, आमझर कलां, बरखेड़ाकलां, कोटड़ाराड़ी आदि गांव के ग्रामीण मौजूद रहे। डीलर दो माह में एकबार राशन सामग्री का वितरण करता है ओर दो माह का ट्रांजेक्शन कर एक माह का ही राशन देता है, पिछले छ: सात माह से किसी भी उपभोक्ता को केरोसिन नहीं दिया है। दुकान का वितरण स्थल बरखेड़ाकलां में है जबकि डीलर द्वारा मनमर्जी से कोटड़ाराड़ी में अपने स्वयं के निवास पर वितरण स्थल बना रखा है। माह मार्च 2019 से सरकार द्वारा बीपीएलए अंत्योदय स्टेट बीपीएल उपभोक्ताओं के लिए गेहंू वितरण की दर 1 रुपये प्रति किलो कर दी गई है जब कि डीलर अभी 2 रुपए किलो की दर से अधिक राशि वसूल कर रहा है। डीलर का व्यवहार उपभोक्ताओं के साथ सही नहीं है। डीलर समय पर दुकान नही खोलता है एवं रात्रि में राशन सामग्री का वितरण करता है। इससे पूर्व भी राशन डीलर की शिकायत ग्रामीण कर चुके है।
भवानीमंडी. भैसोदामंडी की महिलाओं ने नियमित जलापूर्ति की मांग को लेकर मंगलवार को भैसोदा पंचायत पहुंचकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं ने सरपंच को जमकर खरीखोटी सुनाई।
उषा किरण, गिरजा देवी रावल, रत्ना गुप्ता, कलावति सोनी, मंजू राठोर, अवन्तिका, सुभद्रा जैन, सुगना गुर्जर ने बताया की भैसोदा मंडी में बीते २ सप्ताह से पंचायत द्वारा नियमित जलापूर्ति नहीं की जा रही है। इससे सभी को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। वहीं पंचायत द्वारा भी जलापूर्ति को लेकर संतोषपूर्ण जवाब नहीं दिया जा रहा है। रोष व्याप्त महिलाओं ने भैसोदा पंचायत मुख्यालय पहुंचकर धरना देकर सरंपच के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान सूचना मिलने पर पंचायत पहुंची सरपंच सीताबाई को खरीखोटी सुनाते हुए कहा बाशिंदों के साथ भेदभाव पूर्ण २ सप्ताह में एक बार ही जलापूर्ति की जा रही है, जबकि भैसोदा गांव में नियमित जलापूर्ति हो रही है। सरपंच से कहा कि भैसोदामंडी में नालों की सफाई भी नहीं कराई जा रही है। इससे गर्मी में बीमारी पैदा होने की संभावना है। इस दौरान महिलाओं ने पेयजल की परेशानी को दूर कर नियमितजलापूर्ति और नालों की सफाई को लेकर सरपंच को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि नाथूलाल गेहलोत, महेन्द्र गुर्जर, बालू मीणा, गिरिराज चतुर्वेदी आदि मौजूद थे।
चंबल पेयजल योजना से बुझाते थे प्यास
२००८ में भवानीमंडी समेत ३८ गांव और ७ ढाणियों की प्यास बुझाने के लिए शुरू की चंबल पेयजल योजना को पिपलाद और राजगढ़ पेयजल योजना शुरू होने के बाद से बंद करने पर भैसोदामंडी में पेयजल संकट गहराया है। चंबल नदी से आ रही पाइप लाइन को तोड़कर भैसोदामंडी के बाशिंदों द्वारा अवैध रूप से पानी लिया जा रहा था।
नहीं हुई सप्लाई
कस्बे के विभिन्न मोहल्लों में मंगलवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने पानी की सप्लाई नहीं की, इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग सहायक अभियंता हेमराज कारपेंटर ने बताया पिपलाद बांध पर फॉल्ट होने की वजह विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी, इससे जलापूर्ति नहीं हो सकी। बुधवार को फिर से सुचारू रूप से जलापूर्ति की जाएगी।
—मैरे द्वारा किसी भी प्रकार से जलापूर्ति को लेकर भेदभाव नहीं किया जा रहा है। कुओं और भैसोदा के तालाब में जलस्तर कम हो गया है। इससे नियमित जलापूर्ति करने में समस्या आ रही है। कलक्टर और तहसीलदार को टैंकरों की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पत्र लिख दिया है।
सीता बाई, सरपंच, ग्राम पंचायत भैसादो, मध्यप्रदेश