जिम्मेदार व्यक्ति अपने परिवार के साथ समय गुजारना नहीं भूलता है। वह रिश्तेदारों से नियमित रूप से मिलता-जुलता है। अगर मिलना संभव नहीं होता, तो वह कॉल करके हाल-चाल पूछता है। उसके सामाजिक व्यवहार से ही उसकी जिम्मेदारी के बारे में पता लगता है।
जिम्मेदार व्यक्ति अपनी आदतों पर गौर करता है और अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करता है। वह अपने व्यवहार के बारे में दोस्तों और परिजनों के कमेंट्स को ध्यान से सुनता है और खुद में जरूरी बदलाव करता है। अपनी कमियों को दूर करना अच्छी आदत है। इससे जिम्मेदारी का अहसास होता है।
कई बार आपने लोगों से आपका पक्ष लेने के लिए कहा होगा। जिम्मेदार व्यक्ति वापस लौटाने में यकीन रखता है और दूसरों की मदद करता है। जरूरी नहीं है कि हमेशा पैसे से मदद की जाए, आप समय देकर या स्किल्स सिखाकर भी मदद कर सकते हैं।
आपको सच्चा इंसान बनाना चाहिए। आपकी बातों और कार्यों में अंतर नहीं होना चाहिए। गलती होने पर अपनी जिम्मेदारी लेना सीखें। अपने निर्णयों से जुड़े परिणामों के लिए सदैव तैयार रहें। गलतियों के लिए किसी अन्य को दोषी ठहराने की कोशिश न करें।
जिम्मेदार व्यक्ति पहले अपना लक्ष्य तय करता है और फिर उसे प्राप्त करने का एक ठोस प्लान बनाता है। वह अपने प्लान के अनुरूप काम करता है और मुश्किलों को दूर करने में जी-जान लगा देता है। वह अपने रोज के लक्ष्यों को पूरा करते हुए जीवन में बड़ा लक्ष्य हासिल करता है। वह हमेशा संतुष्ट रहता है।
वह काम करें, जो आपको लगता है कि सही है। लोगों की सोच को अपनाने के बजाय अपनी स्वतंत्र सोच बनाएं। खुद पर विश्वास करें। अपनी तुलना दूसरों के साथ न करें। खुद पर विश्वास करने से ही मंजिल मिल सकता है। जिम्मेदार व्यक्ति जानता है कि उसको हर समस्या का समाधान खुद ही खोजना है।
जिम्मेदार व्यक्ति अपने शब्दों और कार्यों से दूसरों को प्रभावित करता है। उसके चलने, बात करने के अंदाज से पता लग जाता है कि वह जिम्मेदार व्यक्ति है। वह अपने अच्छे गुणों के बारे में सबको बताता है। वह लोगों से उसी तरह से व्यवहार करता है, जैसा व्यवहार वह खुद अपने लिए चाहता है। इस तरह वह कभी परेशान नहीं होता।