कांग्रेस ने अभी खींवसर से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। मगर दिग्गज नेता हरेंद्र मिर्धा ने यहां से प्रचार शुरू कर दिया है। यही नहीं उनके दफ्तर से जारी विज्ञप्ति में उन्हें उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बताया गया है। उधर 2018 के विधानसभा चुनावों में हारे सवाई सिंह भी यहां से टिकट की दौड़ में हैं।
हनुमान बेनीवाल लगातार तीन बार से खींवसर सीट से विधायक चुने गए। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने नागौर सीट हनुमान बेनीवाल के लिए छोड़ी थी और इस सीट से बेनीवाल सांसद बने। कांग्रेस लगातार तीन बार से यहां हार रही है। यही वजह रही कि बेनीवाल के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए भाजपा ने रालोपा से गठबंधन करते हुए इस सीट से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया।
नारायण 30 सितंबर को नामांकन दाखिल करेंगे। आरएलपी के साथ भाजपा के बड़े कार्यकर्ता भी नामांकन में शामिल होंगे।