वार्ड से भाग निकले मरीज प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एमवाय के मनोरोग विभाग में ये अजगर निकला। जैसे ही वहां भर्ती मरीजों ने अजगर को देखा तो सभी मरीज अपने परिजनों के साथ वार्ड से भाग निकले। अस्पताल में अजगर के आने से अफरा-तफरी मच गई। हर कोई अजगर को देख भयभीत था ऐसे में अजगर को बाहर निकालना एक बड़ी समस्या बन गया।
कुछ समय बाद अस्पताल में अजगर के घुसने की जानकारी वन विभाग के अमले को दे दी गई लेकिन वह विभाग के अमले की लेटलतीफी के कारण अस्पताल के कर्मचारियों को खुद ही हिम्मत जुटानी पड़ी। अस्पताल के कर्मचारीओ ने हिम्मत दिखाते हुए अजगर को पक डऩे का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके। इसके बाद कर्मचारियों ने पकडऩे के बजाय भगाना उचित समझा और अजगर को वाह से डंडे की मदद से बाहर भगा दिया गया ।
पहले भी आ चुके है सांप और अजगर ये पहली बार नही है जब अस्पताल में अजगर निकला हो। इससे पहले भी कई बार अस्पताल में सांप ओर अजगर आ चुके है लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा पुख्ता इंतजाम नही किये जाने से मरीजो की परेशानी लगातार बनी हुई है।
मरीजों में भय अजगर को भगाएं जाने के बाद वार्ड में भर्ती मरीज दोबारा वार्ड में दाखिल हुए लेकिन इस घटना से सभी बेहद डरे हुए थे। जब अजगर था तब हर मरीज व उनके परिजन इतने डर गए थे कि मानो उनकी सामने मौत का साया मंडरा रहा हो। फिलहाल इस मामले के सामने आने के बाद एम .वाय. अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल उठ रहे है जिसका जबाव प्रबंधन के पास नही है।