रांची लोकसभा सीट
राज्य की राजधानी रांची की इस प्रतिष्ठित सीट पर लगभग साढ़े अठारह लाख मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगें। इनमें महिला वोटरों के संख्या तकरीबन 9 लाख के आसपास है। रांची लोकसभा सीट छह विधानसभा क्षेत्रों रांची, हटिया, कांके, ईचागढ़, सिल्ली और खिजरी विधानसभा क्षेत्रों में फ़ैली है। यहां के चुनावी समर का इतिहास भाजपा और कांग्रेस के बीच रस्साकशी का रहा है। वर्त्तमान के चुनावी घमासान की बात की जाए तो यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच एक बार फिर सीधी टक्कर होने के असर हैं।
भाजपा ने रांची से इस बार निवर्तमान सांसद राम टहल चौधरी के स्थान पर राज्य खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ को चुनावी समर में उतारा है।
कांग्रेस की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय चुनावी दंगल में मौजूद हैं।
हज़ारीबाग़ लोकसभा सीट
हज़ारीबाग़ संसदीय क्षेत्र में तकरीबन साढ़े सोलह लाख वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस बार के चुनाव में साढ़े सात लाख से अधिक महिलाएं भी चुनाव के दिन ईवीएम का बटन दबाएंगी। हज़ारीबाग़ लोकसभा के क्षेत्र के अंतर्गत हजारीबाग, बरही, बड़कागांव, रामगढ़ और मांडू विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं।
यहां के चुनावी दंगल में निवर्तमान सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा भाजपा के प्रत्याशी हैं वहीं यह सीट महागठबंधन में कांग्रेस के खाते में गयी है।
कांग्रेस ने यहां से गोपाल साहू को चुनाव मैदान में उतारा है। हज़ारीबाग़ से पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता भी चुनावी रणक्षेत्र में ताल ठोंक रहे हैं जिससे यहां त्रिकोणीय सघर्ष बनता दिख रहा है।
खूंटी लोकसभा सीट
खूंटी में लोकतंत्र के महापर्व में लगभग ग्यारह लाख अस्सी हज़ार मतदाता शामिल होंगे। खूंटी की चुनावी रणभूमि खरसावां, तमाड़, तोरपा, खूंटी, सिमडेगा और कोलिबिरा विधानसभा क्षेत्रों में फ़ैली है। इस संसदीय क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी घमासान की प्रबल संभावना है।
खूंटी लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा बतौर भाजपा प्रत्याशी ताल ठोंक रहे है। भाजपा ने इस बार निवर्तमान सांसद कड़िया मुंडा की जगह अर्जुन को चुनावी समर में उतारा है।
महागठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गयी है और पार्टी ने कालीचरण मुंडा पर दांव खेला है। खूंटी के चुनावी मैदान में कई अन्य उमीदवार भी खूंटा गाड़ने की जुगत में हैं।
कोडरमा लोकसभा सीट
कोडरमा निर्वाचन क्षेत्र यहां पर तकरीबन 18 लाख वोटर हैं जो उम्मीदवारों के भाग्य विधाता बनेंगें। कोडरमा का चुनावी दंगल जमुआ, कोडरमा, बरकट्ठा, धनवार, बगोदर और गांडेय विधानसभा क्षेत्रों में लड़ा जायेगा। इस संसदीय क्षेत्र से अन्नपूर्णा देवी भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में हैं।
भाजपा ने निवर्तमान सांसद रविंद्र राय का टिकट काटकर राजद से भाजपा में शामिल हुई अन्नपर्णा देवी पर दांव खेला है।
महागठबंधन की ओर से कोडरमा का किला फतह करने की ज़िम्मेदारी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह झारखण्ड विकास मोर्चा के उम्मीदवार बाबूलाल मरांडी के कन्धों पर होगी। वामपंथी दलों ने भी यहां के समर में प्रत्याशी दिया है जिससे कोडरमा का दंगल रोचक होने जा रहा है। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में छह मई को कौन ‘छक्का’ लगाएगा और किसके छक्के छूटेंगे इसका खुलासा मतगणना के साथ 23 मई को होगा तब तक इंतज़ार करना होगा।