शिवपुरी पीजी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में एक छात्र ने जब पूछा की “राजनीति में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। राजनीति में कैसे आएं? तो इसके जबाव में वे बोलीं कि- मेरे हसबैंड की राजनीति में एंट्री अचानक से नहीं हुई। उसके लिए उन्होंने काफी समय पहले से ही मेहनत करना शुरु कर दिया था। वे 13 साल के थे जब से उन्होंने अपने पिताजी के साथ क्षेत्र में जाना शुरु किया था। हमारा बेटा भी बहुत छोटी उम्र से हम लोगों के साथ अपने क्षेत्र के लोगों से मिल रहा है। हमारे लिए ये पॉलिटिक्स नहीं है, इसे हमारा परिवार पब्लिक सर्विस मानता है।
आप अपने जीवन में कुछ भी काम करें लेकिन उसके लिए आपको कहीं न कहीं से शुरुआत को करनी ही पड़ेगी। यदि आप लॉयर बनना चाहते हैं तो आपको काफी स्टडी करनी पड़ेगी। कुछ ऐसे ही राजनीति के भी नियम हैं। प्रियदर्शनी राजे ने कहा कि मुझे लगता है आज के जमाने में पॉलिटिक्स से पीछे न हटें। यह न सोचें कि ये मेरा काम नहीं है। ये आपके भविष्य का भी सवाल होता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि यह न सोचें कि मैं इस साइड हूं या उस साइड। पहले जाने कि कांग्रेस ज्वॉइन करना है तो उसकी फिलोसॉफी क्या है। आपकी भावनाएं वह पार्टी फॉलो कर रही है, या दूसरी पार्टी।
फैलोशिप शुरू की- उन्होंने छात्रों को बताया कि शिवपुरी और अशोकनगर में सिंधिया फैलोशिप शुरू की गई है। हम चाहते हैं कि आप जैसे यूथ हमारे साथ जुड़ जाएं क्योंकि ये काम एक नेता नहीं कर सकता। हम अकेले भी नहीं कर सकते। नेता को भी जानना जरूरी है कि ग्राउंड वर्क कैसे करना है। यदि आप ग्राउंड से नहीं जुड़े हो तो आपका कोई भविष्य नहीं है। यदि आपको प्राइम मिनिस्टर या मिनिस्टर अथवा मुख्यमंत्री बनना हैं, यदि आपके पास लोग नहीं हैं तो फिर कोई काम नहीं होगा। सोचें कि भविष्य में ये करना है तो अभी से शुरुआत कीजिए।
मेरी एजुकेशन अभी खत्म नहीं हुई- कॉलेज के छात्र देवांश शर्मा ने छात्र जीवन के बारे में जानने की इच्छा जताई। इस पर प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने कहा कि मैं बॉम्बे से पढ़ी हूं। मेरी शादी काफी जल्दी हो गई थी। इसलिए आपने मुझसे बहुत ज्यादा पढ़ा होगा। उन्होंने कहा कि मेरे लेसन मुझे मेरी लाइन से मिले हैं। मुझे आप जैसे बच्चों के साथ समय बिताना पसंद है। क्योंकि आप लोग मुझे बहुत सिखाते हैं। जैसे मेरे बच्चे मुझे वाट्सएप व फेसबुक चलाना सिखाते हैं। उन्होंने कहा हमारे समय में बहुत सारी लड़कियां शादी कर घर बसाना शुरू कर देती थीं, लेकिन आज बहुत अच्छा लगता है कि गल्र्स और ब्वॉय साथ-साथ काम करते हैं। इससे मुझे सीखने को मिलता है। इसलिए मेरी एजुकेशन अभी खत्म नहीं हुई, शुरू हो रही है।