मां-बेटे को गोली मारकर गंभीर घायल करने वाला न्यायाधीश का अंगरक्षक महिपाल हरियाणा पुलिस का कांस्टेबल है। उसे घटना के तुरन्त बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस पूछताछ में उसने गोली मारने के पीछे मां-बेटे द्वारा उसे डाटे जाने को कारण बताया है। महिपाल पिछले करीब दो साल से न्यायाधीश कृष्णकांत के अंगरक्षक के बतौर नियुक्त था। डाॅक्टरों ने ध्रुव को मंगलवार तडके करीब चार बजे मृत घोषित किया। न्यायाधीश के परिवार ने ध्रुव की आंखें,हृदय और गुर्दे दान करने की पहल की है।
अंगरक्षक ने ध्रुव के सिर में गोली मारी थी जबकि रितु के सीने पर गोलियां लगी थीं। घटना के बाद फरीदाबाद की ओर फरार होते महिपाल को गिरफ्तार कर लिया गया था और अगले दिन हरियाणा पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। घटना पिछले 13 अक्टूबर को गुरूग्राम के सेक्टर 49 के अर्केडिया मार्केट के करीब हुई थी। मां-बेटे वहां खरीददारी करने गए थे।
अंगरक्षक ने पहले रितु को गोली मारी और फिर ध्रुव को गोली मारी। इसके बाद ध्रुव को अपनी कार में खींचने का प्रयास किया लेकिन विफल रहा। इसके बाद कार में वह फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने अपने मोबाइल पर घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था।