योगी सरकार का 77 में इंदिरा सरकार जैसा हाल होगा सपा के कद्दावर नेता रामगोविंद चैधरी ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार में कानून की जितनी बुरी स्थिति है उतनी कभी भी नहीं रही। लखनऊ की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश का मुखिया खुद अपने अधिकारियों से कहता हो कि छाती पर गोली ठोक दो। असेंबली में कहता हो कि यमलोग पहुंचा देंगे तो उस प्रदेश की पुलिस गुंडई करेगी ही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि दुर्दांत अपराधियों के एनकाउंटर हो गए, जो बचे थे वे या तो सलाखों के पीछे हैं या प्रदेश छोड़कर भाग चुके हैं। सपा नेता ने सवाल किया कि जब सभी अपराधी खत्म हो गए या जेल में हैं तो आखिर लूट-हत्या-छिनैती की वादरात भाजपाई कर रहे हैं क्या। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस पर इतना दबाव बना दिया है और उनका मनोबल इतना बढ़ा दिया है कि अपराधी नहीं मिल रहे तो वे लोग आम आदमी को निशाना बना रहे। उन्होंने कहा कि यह इंदिरा गांधी के इमरजेंसी जैसे हालात हैं। उस समय भी पुलिस को काफी छूट दी गई थी। लेकिन उसका परिणाम इंदिरा ने भुगत लिया था, 2019 में योगीजी भी भुगत लेंगे।
शिक्षक भर्ती घोटाला यूपी का राफेल घोटाला हैः रामगोविंद गोरखपुर आए सपा नेता रामगोविंद चैधरी ने कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार फेल है। हर ओर अराजकता है। जो सरकार सुशासन और साफसुथरी सरकार देने का वादा की थी, उसके शासन में अपराध और भ्रष्टाचार में बेतहाशा बढोतरी हुई है। शिक्षक भर्ती यूपी का सबसे बड़ा घोटाला है। यह राफेल घोटाला जैसा घोटाला है। जो परीक्षा में बैठा ही नहीं वह पास हो गया। जो पास हुआ उसे फेल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मेधावियों और पात्रों को नौकरी से वंचित करने और अपने चहेतों को नौकरी देने के लिए सरकार ने प्रदेश के नौजवानों के साथ छल किया है।
शिवपाल पर बोलने से पूरी तरह से बचे सपा नेता नेता विरोधी दल रामगोविंद चैधरी ने शिवपाल यादव से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब देने से परहेज किया। जब भी उनसे शिवपाल यादव या उनके सेकुलर मोर्चा/पार्टी से जुड़े सवाल किए जाते वह दूसरे मुद्दों पर बात करने लगते। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि आप मेरा ध्यान भटकाएं मत। यूपी की जनता बीजेपी सरकार से त्रस्त है। उस पर बात होनी चाहिए।
इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव, सांसद प्रवीण कुमार निषाद, जियाउल इस्लाम, जवाहर लाल मौर्या, डाॅ.मोहसिन खान, शारदा देवी, राजमती निषाद, विजय बहादुर यादव ,अवधेश यादव, अमरेन्द्र निषाद, मिर्जा कदीर बेग, सिंहासन यादव आदि मौजूद रहे।