बताया जा रहा है कि महिला को चार महीने का गर्भ था। किसी वजह से उसे गर्भपात हो गया। परिजनों ने महिला को मेडिकल कॉलेज में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में भर्ती कराया। उसे वार्ड नंबर सात में रखा गया है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को वार्ड में मौजूद स्टाफ नर्स अंजू से मरीज का विवाद हो गया। स्टाफ नर्स मरीज को इंट्रा कैथ के जरिए एंटीबायोटिक इंजेक्शन लग रही थी। उसने इंजेक्शन इंट्रा कैथ में ही छोड़ दिया। इतना ही नहीं मरीज को आईवी फ्लूड लगना था। वह भी नहीं लगाया। परिजनों ने जब ड्यूटी पर तैनात दूसरे नर्स से मदद मांगी तो स्टाफ नर्स ने सहकर्मी को मदद करने से रोक दिया। पीड़ित महिला ने इसकी जानकारी अपने भाई को दी। बताया जा रहा है कि इस मामले में परिजनों ने अस्पताल के आला अधिकारियों से भी शिकायत की है।
SIC मेडिकल कालेज मेडिकल कॉलेज के एसआईसी के डा राजेश राय ने कहा कि मामला संवेदनशील है। नर्स को ऐसा नहीं करना चाहिए। इस मामले की जांच कराई जाएगी। विभागाध्यक्ष को पत्र लिखा जाएगा।