इसके बाद एक्शन में आईं SDM ने PHC में हर जगह निरीक्षण किया। इस दौरान जब उन्होंने स्टॉक चेक किया, तो बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवाएं मिलीं। इसके बाद उन्होंने केंद्र के स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा।दरअसल, SDM सदर कृति राज के पास लगातार शिकायत आ रही थीं कि PHC दीदामई पर मरीजों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। दवाएं समय पर नहीं दी जातीं। कुत्ता काटने (रैबीज) के इंजेक्शन को लेकर घंटों मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। SDM ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया।
इसके बाद फिरोजाबाद की SDM सदर कृति राज मंगलवार (12 मार्च) को PHC निरीक्षण करने पहुंच गईं। इसके लिए सबसे पहले उन्होंने अपनी गाड़ी को अस्पताल से काफी दूर छोड़ दिया। इस दौरान वह SDM नहीं, बल्कि एक आम महिला मरीज की तरह घूंघट कर PHC पहुंचीं। इसके बाद उन्होंने काउंटर से पहले पर्चा बनवाया, फिर डोकर को दिखाने के लिए लाइन में लग गईं।
फिर उन्होंने घूंघट की ओट से ही महिला मरीजों से बातचीत की। उनकी समस्याओं के बारे में पूछा।इसके बाद SDM समय पर दवाएं नहीं मिलने की समस्या को खुद चेक करने स्टॉक रूम पहुंच गईं। इस दौरान स्टॉक रूम में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवाएं मिलीं। इन दवाओं को एसडीएम को अपने हाथों से फेंक दिया।
SDM कृति राज ने बताया कि शिकायत पर वह दीदामई स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची थीं। उनको महिलाओं ने समस्याएं बताई हैं। डॉक्टर का व्यवहार भी सही नहीं लगा। एक्सपायरी दवाएं स्टॉक में भरी हुई थीं। 50 फीसदी एक्सपायरी दवाओं को आखिर स्टाक से क्यों नहीं हटाया? क्या उनको मरीजों के बीच खपाया जा रहा था? इसकी भी जांच करा रही हैं। सभी बिंदुओं पर शिकायत बनाकर वे प्रशासन और शासन को भेज रही हैं, ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके।
उन्होंने बताया कि अस्पताल के कर्मचारी मरीजों को खड़े करके इंजेक्शन लगा रहे थे। बेड पर काफी धूल जमा थी। साफ-सफाई भी नहीं थी। डिलीवरी रूम और शौचालय में तक में गंदगी पाई गई। फिलहाल, कार्रवाई के लिए निरीक्षण रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है।