28 जनवरी तक की पुलिस हिरासत में कोटियन
इस संदर्भ में एक अधिकारी ने कहा कि कोटियन को घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया है और शुक्रवार को उसे अदालत के सामने पेश भी किया जा चुका है, जिसके बाद अदालत ने उसे 28 जनवरी तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस दौरान मामले में नए तथ्य सामने आने की उम्मीद है। घोटाले के बाद करीब 13,000 इन्वेस्टर्स को भारी घाटा हुआ था, जिसके बाद उन्होंने सरकार से कंपनी के बंद करने की मांग की थी। बता दें एनएसईएल घोटाला 2013 में सामने आया था, जो एक भुगतान संकट के मामले से जुड़ा है।
13 हजार निवेशकों का नुकसान होने का दावा
इस मामले में 13 हजार निवेशकों ने नुकसान होने का दावा भी किया था। घोटाला सामने आने के बाद सरकार ने एक्सचेंज को बंद करने का आदेश दिया था। इसके बाद 7 मई 2014 को फाइनेंशियल टेक (एफटीआईएल) के प्रमोटर जिग्नेश शाह को गिरफ्तार किया गया था, जो फिलहाल बेल पर हैं। शाह एमसीएक्स स्टॉक एक्सचेंज के भी ग्रुप चीफ एग्जीक्यूटिव थे। सेबी और एफएमसी ने जिग्नेश शाह और उनके सहयोगी जोसेफ मैसी को देश में कोई भी वित्त एक्सचेंज चलाने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। दरअसल एनएसईएल स्पॉट कमोडिटी एक्सचेंज है। इसके बारे में बहुत कम लोग जानते थे। दूसरे एक्सचेंज के उलट इसे गवर्न करने के लिए नियम नहीं बने थे। एक्सचेंज को चलाने वाले इस खामी का फायदा उठाते थे।
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