इसे भी पढ़ें दलित महिला से एसपी के गनर ने किया रेप! शिकायती पत्र से नंबर चुराकर करता था फोन मामला फतेहपुर के गाजीपुर थानाक्षेत्र के मोबीन नगर इलाके की है। परिजनों के मुताबिक इलाके के ही तीन युवक साबिर, ताहिर और बुदुल उनकी 13 साल की बेटी को आए दिन परेशान करते थे। बीते जून महीने की 14 तारीख को आरोपियों ने उनकी बेटी को अगवा करने की कोशिश की थी। 16 जून को परिजनों ने इसके खिलाफ एक तहरीर पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस आरोपियों को पकड़कर थाने ले आयी। आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को एक रात रखने के बाद बिना कार्रवाई किये छोड़ दिया।
इसे भी पढ़ें इंस्पेक्टर का ऐसा वीडियो हुआ वायरल, पूरे विभाग का सिर शर्म से झुक गया, देखें VIDEO इसके बाद परिजनों ने सोचा कि अब वो रास्ते पर आ जाएंगे और उनकी बेटी को नहीं छेड़ेंगे। आरोप है कि तकरीबन एक महीने बाद फिर आरोपियों ने किशोरी के साथ फिर 12 जुलाई को छेड़खानी की। इसके बाद परिजन फिर दो दिन शिकायत करने गए, लेकिन उनके मुताबिक पुलिस ने कार्रवाई के बजाय उन्हें भगा दिया। उधर छेड़खानी से तंग लड़की ने कहीं से मदद मिलती न देख अपने आपको घर पर अकेला पाया तो खुद को जलाकर आत्महत्या कर ली।
इसे भी पढ़ें परिजन किशोरी का इलाज कराने पहुंचे अस्पताल तो पता चला, तीन माह से है गर्भवती, मचा हड़कंप उधर इस मामल में पुलिस अलग ही कहानी कह रही है। परिजन कार्रवाई में हीला-हवाली करने वाले थानेदार को बचाने का आरोप भी लगा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि 12 जुलाई को किशोरी ने कमरा बंद कर खुद को आग लगा लिया था। मौके पर सीओ जाफरगंज और एसओ गाजीपुर गए थे। सीओ जाफरगंज को स्थानीय लोगों ने बताया कि मां और बेटी में कुछ बात को लेकर अनबन चल रही थी। उस दिन मां-बेटी में मोबाइल पर बात हुई थी, जिसके बाद किशोरी ने क्षुब्ध होकर कमरा बंद कर खुद को आग के हवाले कर दिया। बावजूद इसके सीओ जाफरगंज को जांच सौंपी गयी है कि मौके पर जाकर लोगों से पूछताछ करें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
By Rajesh Singh