सभापति ने नाराज निर्दलीय पार्षदों को सदन में आमंत्रित किया पर बात बन पाती इससे पहले सत्ताधारी भी उनके समर्थन में सामने आ गए। सत्ताधारी पार्षद अधोसंरचना मद के 122 कार्यों के लिए स्वीकृत 14,56 करोड़ की राशि की दोबारा स्वीकृति की घोषणा पर सवाल खड़ा करते हुए सभापति की आसन्दी के सामने धरने की शक्ल में बैठ गए हैं। समाचारों की पेपर कटिंग लहराते हुए विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है। (Durg news)
भाजपा के पार्षद विरोध जताते हुए सभापति के सामने जमीन पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं निर्दलीय पार्षद भी सदन के बाहर बैठे हुए हैं। भाजपा और निर्दलीय पार्षदों को रूख देखकर कांग्रेसी भी आसन्दी के सामने आकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों पक्षों के आमने सामने हो जाने के कारण सभापति ने 15 मिनट के लिए सभा स्थगित कर दिया है। सत्ताधारी अभी भी आसन्दी के सामने धरने पर बैठे हुए हैंं। महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने दोनों पक्षों सदन बिना किसी रूकावट चलने देने की अपील की है। (Durg news)
दोबारा सभा शुरू हो गई है, लेकिन सदस्य अब भी धरने पर बैठे। सत्ताधारियों की ओर से लोककर्म प्रभारी दिनेश देवांगन ने कहा कि इसी सदन पर आयुक्त ने विधायक से मोबाइल पर बातचीत का हवाला देते हुए रुके हुए 122 कार्यो की राशि दोबारा स्वीकृति कर दी है। जबकि राशि अब तक नहीं मिली है। इस तरह विधायक ने सदन को गुमराह किया है। इसलिए वे माफी मांगे या कम शुरू करवाए। इस मामले में स्थिति स्पष्ट हुए बिना वे आगे चर्चा नहीं करेंगे व सदन से नहीं हटेंगे। अभी भी सदस्य आसन्दी के सामने बैठे हंै।