ध्यान दें –
नीचे लिस्ट लंबी है लेकिन यदि आप इसमें से आधे भी अपना लें तो आपके अंदर सचमुच क्रिएटिविटी जाग उठेगी। इसके बाद यह आप पर निर्भर करता है कि अपनी क्रिएटिविटी को सेहत के साथ जोड़कर उसका भरपूर फायदा कैसे उठाते हैं।
लिस्ट बनाने की आदत डालें –
अपने साथ एक नोट बुक रखना शुरू करें।
मौका मिले तो हमेशा कुछ लिखें।
खुद को बिना ईगो महत्व देना सीखें।
काम के बीच में थोड़ा ब्रेक लें।
नहाते समय कोई गाना गाएं।
कुछ अच्छा पिएं।
नए गाने सुनें।
दूसरों से बातचीत करें।
एक टीम बनाकर काम करें।
फीडबैक लेने की आदत डालें।
क्रिएटिव लोगों से जुड़ें।
खूब प्रयास करें और इसे बनाए रखें।
कभी भी निराश न हों और आधे रास्ते से लौटने का विचार छोड़ें।
खूब प्रयास करें और इसे बनाए रखें।
खुद को गलतियां करने का मौका दें, लेकिन इन्हें दोहराएं नहीं।
नेकी कर दुआओं का खजाना भरें।
किसी नई जगह घूम आएं।
दूसरों की भी सुनें और सही लगे तो अपनाएं।
छोटों से भी सीखा जा सकता है।
इन क्रिएटिव टिप्स के अलावा जरूरी है कि आप रोजमर्रा के कामों के साथ-साथ ऐसी जिम्मेदारियों को भी समझें जो भविष्य में आपको खुशियों से भर दें। इसके लिए जरूरी है कि मानसिक और शारीरिक स्तर पर खुद को एक्टिव व फिट बनाएं रखें जिससे भविष्य में घरेलू परेशानियों के अलावा सेहत संबंधी समस्याओं से भी निपटा जा सके।
30 की उम्र में खास बातें, 50 पार रखेंगी हैप्पी-
धूम्रपान न करें।
जंकफूड से परहेज करें।
गहरी नींद लेंष
दांतों की देखभाल करें।
नियमित व्यायाम करें।
रेगुलर नाश्ता करें।
मित्र-परिजनों से मधुर रिश्ते बनाएं।
थोड़ी ही सही, बचत जरूर करें।
वही करें जो मन चाहे।
चीजों को नहीं, यादों को सहेजें।
जिज्ञासु बनें।
मेडिटेशन करें।
जल्दी सोने और जल्दी जागने की आदत डालें।
अपने सामथ्र्य अनुसार लोगों की मदद करें।
असहमति को दुश्मनी के रूप में न लें।
सीखने का कोई मौका न छोड़ें।
हॉबी विकसित करें।
मुस्कुराते रहें।
खुद के लिए भी निकलें बाहर –
सुबह-शाम जब थोड़ा अनुकूल मौसम हो, तब केवल बीस मिनट घर से बाहर निकलें। लेकिन ध्यान रहे कि किसी प्रकार की चिंता को दिमाग में न लेकर जाएं। थोड़ा समय खुद को देंगे तो आप पाएंगे कि प्रकृति आपसे खुशी बांट रही है। इसके अलावा जो लोग आपकी मदद करते हैं उनका आभार व्यक्त करना न भूलें। अपनी कामायाबी या तरक्की को भी दूसरों से शेयर करें ताकि वे लोग भी आपके जीवन से प्रेरणा ले सकें। खुद को फिट बनाने के साथ-साथ परिवार के लिए भी समय निकालें। इसके अलावा सेहत के लिए जरूरी चेकअप समय-समय पर कराते रहें और डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयां नियमित रूप से लें।