दल में बीएसी जीआर चोकले ने बताया कि बच्चों में पडऩे की ललक तो है किंतु जिम्मेदार ही निष्क्रिय है तो इसमें इनका क्या कसूर। कक्षा 7 वीं के विद्यार्थी विकास से 15 का पहाड़ा पूछा गया जिसका वो जवाब नहीं दे पाया। वहीं निरीक्षण दल ने प्रधानाध्यापक कुशवाह से जब सवाल किया कि शिक्षण का प्राथमिक स्तर क्या होता है इसका जवाब वो नहीं दे पाए। इस पर उन्हें निरीक्षण दल ने फटकार भी लगाई। कक्षा 8 वीं के बच्चों से संघ व सर्वनिष्ठ के चिन्ह बोर्ड पर बना कर जब पूछा गया कि ये चिन्ह क्या है, इसका भी बच्चे जवाब नहीं दे पाए। निरीक्षण दल ने माध्यमिक विद्यालय में अध्ययरत 86 बच्चों के लिए कार्यरत 4 शिक्षकों में विभक्त कर प्रभार सौंपा व एक माह में बच्चों को प्राथमिक पढ़ाई पूर्ण करने के निर्देश दिए।
करेंगे मॉनीटरिंग हमने विद्यालय पहुंचकर बच्चों से मुलाकात की, बच्चों की रुचि, पढ़ाई के प्रति देख अच्छा लगा। किंतु शिक्षकों द्वारा जो लापरवाही बरती जा रही है। इसकी हम प्राथमिक स्तर पर मॉनिटरिंग करेंगे व एक माह में सुधार देखने को मिलेंगी।
डीएन गुजरती, बीआरसी बदनावर
लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापक कुशवाह को शोकाज नोटिस जारी किया गया। स्थिति में यदि सुधर नहीं होता है तो दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
जीआर चोकले, बीएसी, बदनावर