इसी के साथ नए इंटकवेल की दोबारा मांग उठने लगी है ।हुडको द्वारा वित्तपोषित योजना के अंतर्गत पेयजल योजना को मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना के अंतर्गत स्वीकृत किया जाकर आज नर्मदा जल में करोडोंं के डूब रहे इंटकवेल को अभी 5 वर्ष भी पूरे नहीं हुए है।और दोबारा नए इंटकवेल बनाने की मांग दोबारा जोर पकडने लगी है। कुक्षी नगर के नागरिकों को पूरे वर्षभर पेयजल व्यवस्था करनी है तो अब नए इंटकवेल की स्वीकृति सरकार को दोबारा देना होगी। फिलहाल तो करोडों रुपए खर्च किए 5 वर्ष पुराना इंटकवेल पानी में डूब गया है इस मामले की जांच की जाकर दोषियों पर करवाई भी जरूरी है कि अगर नर्मदा जल से यह इंटकवेल डूब में आ रहा था तो इसकी स्वीकृति और ड्राइंग डिजाइन के साथ जगह का चयन किस आधार पर किया गया जिससे कि पांच वर्ष में ही करोडों रुपए भी पानी में डूब गए।्
शुक्रवार को नगर परिषद अध्यक्ष मुकामसिह किराड ने पार्षदों और पत्रकारों के साथ कुक्षी से 20 किलोमीटर दूर स्थित डेहर, चंदन खेड़ी स्थित नर्मदा नदी से कुक्षी में पेयजल सप्लाई की जाती है का निरीक्षण नेता प्रतिपक्ष हरीश सेन नगर ,परिषद उपाध्यक्ष लोकेश सरदार के साथ इंटक वेल का निरीक्षण किया । इसके साथ ही कुक्षी नगर को पानी की पूर्ति करने के लिए की गई वैकल्पिक व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
वैकल्पिक व्यवस्थाएं स्थाई समाधान नहीं है जिसको लेकर नगर पंचायत परिषद लगातार स्थाई समाधान को लेकर प्रयास कर रही है परन्तु नर्मदा के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से यह संभव नहीं हो पा रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष मुकाम सिंह किराडे ने बताया इंटक वेल डूब जाने के कारण जल व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए नगर परिषद द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में दो सब सबमर्सिबल पम्पों से पानी नर्मदा से खींचकर ऊपर लाया जा रहा है।साथ ही वहा की विद्युत व्यवस्था भी चौपट हो रही है। बिगडी सारी व्यवस्थाओं को सुचारू करने के साथ ही नवीन इंटकवेल निर्माण के लिए शीघ्र ही कुक्षी के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से एक प्रतिनिधिमंडल भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं कैबिनेट मंत्री विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल से मिलकर उन्हें इस समस्या से अवगत कराएंगे एवं नवीन इंटक वेल को लेकर शासन से तत्काल राशि दिए जाने की मांग करेंगे । मुकाम सिंह किराड़े ने बताया नगर परिषद कुक्षी द्वारा पेयजल व्यवस्था को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं इंटक वेल में बन्द की गई 11 केवी लाइन चालू कराई गई है । जिससे अस्थाई रूप से रखी पानी की विद्युत मोटरों से पानी नगर में सप्लाई किया जा रहा है । पानी के स्तर को बढ़ता देख लाइन स्टेशन आगे बढ़ाकर नगर परिषद कार्य करेगी वहीं शासन स्तर पर समस्याओं को लेकर राहत राशि देने की मांग प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से मुख्यमंत्री से करेंगे। इस दौरान पार्षदगण रमण माली, संजू सिर्वी, चेन्या भाई, विजय शितोले, बीजेपी नेता यूसुफ अगवान, बाबू काग भी उपस्थित थे।
जनहित की समस्याओं के लिए किराडेे जूझते नजर आ रहे है
नगर में पेयजल सप्लाई की व्यवस्था पूरी तरह नहीं गडबडा जाए इस लिए नगर परिषद अध्यक्ष मुकामसिह किराडे लगातार प्रयत्न कर रहे है। वे लगातार इस पर नजर भी बनाए हुए है परन्तु जब शुक्रवार को किराडे एक बार पुन: पत्रकारों और पार्षदों के साथ पेयजल व्यवस्थाओं को देखने गए तो सीएमओ उनके साथ नहीं थे। सीएमओ के नहीं होने की चर्चा जरूर होती रही कि अध्यक्ष के समान ही सीएमओ इस मामले में सक्रिय क्यों नहीं है।
नगर में पेयजल सप्लाई की व्यवस्था पूरी तरह नहीं गडबडा जाए इस लिए नगर परिषद अध्यक्ष मुकामसिह किराडे लगातार प्रयत्न कर रहे है। वे लगातार इस पर नजर भी बनाए हुए है परन्तु जब शुक्रवार को किराडे एक बार पुन: पत्रकारों और पार्षदों के साथ पेयजल व्यवस्थाओं को देखने गए तो सीएमओ उनके साथ नहीं थे। सीएमओ के नहीं होने की चर्चा जरूर होती रही कि अध्यक्ष के समान ही सीएमओ इस मामले में सक्रिय क्यों नहीं है।