इस घटना की सूचना मिलने के बाद एहतियातन ट्रेनों को जहां तहां रोक दिया गया। रेल पटरी पर विस्फोट की वजह से कई ट्रेनें बीच रास्ते में फसी रहीं। रेलकर्मियों ने साढ़े तीन बजे के आसपास ट्रैक की मरम्मत कर ली। उसके बाद साढ़े चार बजे के आस पास इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो पाया। इससे पहले कुछ ट्रेनों का रूट डाइवर्ट किया गया था। इस रूट से होकर जाने वाली चंबल एक्सप्रेस को दीनदयाल उपाध्याय जंकशन से पटना होकर भेजा गया। जबकि दून एक्सप्रेस पटना रूट पर डायवर्ट कर दिया गया।
आपको बता दें कि पिछले साल भी मई में इस रेल मार्ग पर नक्सलियों ने ट्रैक को उड़ाया था। हालांकि उस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था। नक्सलियों ने झारखंड के गिरिडीह जिले में 28 मई 2017 की रात जमकर उत्पात मचाया था और रेल पटरी उड़ा दी थी। इस घटना को नक्सलियों ने हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन के समीप चिचाकी व कर्माबांध हॉल्ट के बीच अंजाम दिया था।