स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को राज्य में दाखि़ल होने से रोकने के लिए की गई पुलिस कार्यवाही के दौरान जख्मी हुए किसानों, पत्रकारों और पुलिस कर्मचारियों का हाल-चाल जानने के लिए हरियाणा सरहद के नज़दीक अलग-अलग सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का दौरा करने गये थे। उन्होंने मोहाली स्थित डॉ. बी.आर. अम्बेडकर स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसज़ (एआईएमएस), सीएचसी बनूड़, सिविल अस्पताल राजपुरा और राजिन्द्रा अस्पताल पटियाला का दौरा किया।
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों की सुरक्षा के मद्देनजऱ हरियाणा सरहद के साथ लगते सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और इमरजेंसी सेवायें 24 घंटे मुहैया करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है और डॉक्टरों को अस्पतालों में ही मौजूद रहने के लिये कहा गया है, जबकि सरहद पर एंबुलेंसों की तैनाती बढ़ा दी गयी है। उन्होंने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति के मद्देनजऱ 14 एंबुलेसों को ज़रुरी स्टाफ और दवाओं समेत तैयार रखा जाये।
उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल राजपुरा शंभू बॉर्डर के नज़दीक होने के कारण यहां कम से कम 40 ज़ख्मियों को दाखि़ल करवाया गया है, जिनमें से दो के सिर पर गंभीर चोटें लगी हैं और उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार किसानों के धरने के दौरान
जख़़्मी हुए व्यक्तियों को मुफ़्त मेडिकल सहायता सुनिश्चित बनायेगी।