आर्ट, निर्माण, मेंटेनेंस में हो सकता उपयोग
प्रो. एसपीएस राजपूत का कहना है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस फिर से उपयोगी बन सकता है। मूर्तियों या अन्य उपयोग में आए इस पदार्थ को फिर से पावडर बनाकर इसका रि-यूज किया जा सकता है। इसके पावडर में पानी मिलाकर एक सांचे मंे इसे फिर से ढालकर कलाकृतियां बनाई जा सकती है। इसके अलावा इसके चूर्ण को सूखी दीवारों पर दरारों को भरने या मेंटेनेंस में उपयोगी बनाया जा सकता है। लैंडफिलिंग भी की जा सकती है।
प्रो. एसपीएस राजपूत का कहना है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस फिर से उपयोगी बन सकता है। मूर्तियों या अन्य उपयोग में आए इस पदार्थ को फिर से पावडर बनाकर इसका रि-यूज किया जा सकता है। इसके पावडर में पानी मिलाकर एक सांचे मंे इसे फिर से ढालकर कलाकृतियां बनाई जा सकती है। इसके अलावा इसके चूर्ण को सूखी दीवारों पर दरारों को भरने या मेंटेनेंस में उपयोगी बनाया जा सकता है। लैंडफिलिंग भी की जा सकती है।
बड़ी तादाद में हैं प्रतिमाएं
गणेशोत्सव के दौरान तमाम जागरुकता अभियान के बावजूद बड़ी संख्या में पीओपी की प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। नगर निगम ने इन प्रतिमाओं को जल स्त्रोतों में विसर्जन से रोकने में तो आंशिक सफलता हासिल की है, पर जगह-जगह से इक_ा की गई प्रतिमाओं को डिस्पोज करना अभी भी चुनौती है। इनमें डेढ़ फीट से बड़ी गणेश प्रतिमा तो प्लास्टर ऑफ पेरिस की हैं। अब निगम प्रयास कर रहा है कि प्रतिमाओं का जिप्सम किसी काम में आ जाए।
गणेशोत्सव के दौरान तमाम जागरुकता अभियान के बावजूद बड़ी संख्या में पीओपी की प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। नगर निगम ने इन प्रतिमाओं को जल स्त्रोतों में विसर्जन से रोकने में तो आंशिक सफलता हासिल की है, पर जगह-जगह से इक_ा की गई प्रतिमाओं को डिस्पोज करना अभी भी चुनौती है। इनमें डेढ़ फीट से बड़ी गणेश प्रतिमा तो प्लास्टर ऑफ पेरिस की हैं। अब निगम प्रयास कर रहा है कि प्रतिमाओं का जिप्सम किसी काम में आ जाए।