ऐसे चला ट्वीट संवाद
दिग्विजय ने भोपाल-इंदौर हाईवे पर बैठी गायों का एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यहां हर दिन आवारा गोमाता बैठी रहती है। लगभग हर दिन एक्सीडेंट में गायों की मौत होती है। कहां हैं, हमारे गोमाता प्रेमी गोरक्षक? मध्यप्रदेश शासन को तत्काल इन आवारा गोमाता को सड़कों से हटाकर गो अभयारण्य या गोशालाओं में भेजना चाहिए। यदि कमलनाथ जी आपने तत्काल ऐसा कर दिया तो आप सच्चे गोभक्तों में गिने जाएंगे। इससे तथाकथित भाजपाई नेताओं को नसीहत भी मिलेगी।’
कमलनाथ ने चार ट्वीट कर दिए जवाब
ट्वीट-1 : प्रिय दिग्विजय जी, आपने भोपाल-इंदौर हाईवे पर बैठी, दुर्घटना का शिकार हो रही गोमाता का जिक्र किया। आपने कहा, इसे लेकर सरकार को कुछ करना चाहिए तो बता दूं कि मैंने अभी कुछ दिन पहले ही सभी प्रमुख मार्गों पर इन्हें हटाने के निर्देश दिए हैं।
ट्वीट- 2: जहां बरसात में खेतों की मिट्टी गीली होने की वजह से गोमाता सड़कों पर आकर बैठती हैं और दुर्घटना का शिकार होती हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को एक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। 1000 गोशालाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
ट्वीट- 3 : अगले वर्ष तक 3000 गोशालाएं बनाने का लक्ष्य है। गोशाला बनने के बाद ही गोमाता के सड़कों पर बैठने में कमी आएगी। मैं इसे लेकर चिंतित हूं। हम प्रमुख शहरों को आवारा पशु मुक्त बनाने की योजना पर भी काम कर रहे हैं।
ट्वीट- 4 : यह भी सच है कि हमारे लिए गोमाता सिसायत नहीं, आस्था और गौरव का प्रतीक है। गोमाता की रक्षा और संवर्धन के लिए जो कार्य वर्षों में नहीं हो पाए हंै, हम वह करना चाहते हैं।