उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस सरकार आने से पहले जनदर्शन में सिर्फ खानापूर्ति कार्रवाई चल रही थी लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। जिन समस्याओं का तुरंत निराकरण हो सकता है उसे टाला नहीं जाना चाहिए। विधायक ने कहा कि लोग दूर-दूर से अपनी समस्या और परेशानियां लेकर बड़ी उम्मीद से जनदर्शन में आते हैं। जब उनकी समस्या जस की तस बन रहती है तो उसका विश्वास सरकार और व्यवस्था से टूट जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
विधायक ने कलक्टर की मौजूदगी में अधिकारियों से कहा कि या तो जनदर्शन बंद कर दिया जाए नहीं तो खानापूर्ति की जगह लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाए। लोगों की समस्या की तुरंत निपटारा किया जाए, अगर तुरंत नहीं हो सकता तो एक समयसीमा का निर्धारण किया जाना चाहिए।
लोगों के बीच जिला प्रशासन की विश्वसनीयता खो चुकी है। लोगों का विश्वास जीतने ज्यादा से ज्यादा अच्छा काम किया जाए कि लोग फिर से प्रशासन पर भरोसा करें। उन्होंने कहा है कि 15 साल के भारतीय जनता पार्टी के राज में अधिकारियों की स्थिति सबके सामने है। कई कार्यालयों में तो खुलेआम पैसों की मांग की जाती है। मुख्यमंत्री का निर्देश है कि अगर कोई अधिकारी जनहित में काम नहीं करता तो उनको बख्शा नहीं जाएगा। जनहित का काम सरकार की प्राथमिकता हैं और उन्हें तुरंत किया जाना चाहिए।