लोग बोले, कुर्सी का फर्ज निभाए, ऐसा हो जनप्रतिनिधि
बारांPublished: Sep 19, 2018 04:34:11 pm
मांगरोल.प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। चुनाव की तिथि तय होते ही उम्मीदवार अपने क्षेत्र में चुनावी गतिविधियां तेज करने में जुटेंगे।
मांगरोल.प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। चुनाव की तिथि तय होते ही उम्मीदवार अपने क्षेत्र में चुनावी गतिविधियां तेज करने में जुटेंगे। चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों का घोषणा पत्र कैसा हो जिससे विधानसभा क्षेत्र की अहम जरुरतें पूरी हो सके। इस विषय को लेकर राजस्थान पत्रिका के अभियान के तहत जन-एजेंडा तैयार किया। यहां ब्रहमाणी माता मंदिर परिसर में अंता विधानसभा क्षेत्र का जन एजेंडा 2018-23 बनाने के लिए प्रबुद्ध जोनों ने अपने विचार रखे।
मंदिर परिसर में दो घंटे तक चली बैठक में जलोदा तेजाजी के रामचंद्र मीणा ने कहा कि किसानों की फसलें दिन रात मवेशी चट कर जाते हैं। इस पर आज तक किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। गांवों में जानवरों की सुरक्षा व फसलों की सुरक्षा के लिए गोशालाएं बने साथ ही गांव के पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार मिले ऐसा प्रयास होना चाहिए। मालबमोरी के रामगोपाल बैरवा ने कहा कि एक कुर्सी पर आता है और चला जाता है । कुर्सी वही रहती है लेकिन उस पर बैठने वाला बदलता है। पिछले 50 सालों से यही होता आ रहा है। गांवों की प्रमुख समस्या स्वास्थ्य, कृषि ,बेहतर शिक्षा सुविधाएं ,चुनावी घोषणा पत्र का हिस्सा बनें ऐसे प्रयास हम सब जागरुक मतदाताओं को करना होगा। रींझिया गांव के मनोज नागर ने कहा कि पंचायतों को सरकारें बजट मुहैया नहीं कराती ऐसे में एक ओर सरकार स्वच्छता का ढिंढोरा पीटती है। गांवों की नालियों की सड़ांध के बीच लोग जीवन बसर कर रहे हैं। सोभाग मूंडला ने भी संबोधित किया।
ये रही प्राथमिकत
जन एजेंडा की बैठक में आए प्रतिनिधि मतदाताओं ने पत्रिका के इस अभियान की सराहना की। अंता विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार की प्राथमिकता गांवों की स्वास्थ्य सेवा में सुधार, खेती का उचित मूल्य निर्धारण, लहसुन की खरीद सुनिश्चित करने के अलावा गांव में रोजगार के साधन मुहैया कराना रहेगा। मांगरोल के ललित गौतम, सोहेल खान, मधुसूदन भार्गव, नरेन्द्र मेवाड़ा, जलोदा तेजाजी के गिरिराज शर्मा,बाबूलाल हाड़ा, किशनपुरा के पवन नागर व मुकेश नागर, झाड़वा के रामलखन, विक्रम जाट बोहत, महावीर सुमन व रोहित गुप्ता ईश्वरपुरा ,प्रमोद मीणा, अशोक मीणा भटवाड़ा, रामचरण बैरवा मालबमोरी व मउ के रामभरोस बैरवा, बजरंग लाल मीणा व कौशल जाट समेत 10 गांवों के लगभग डेढ़ दर्जन लोग शामिल हुए।