लक्ष्मीपुरा डिस्ट्रीब्यूटरी के 33 करोड के काम तय अवधि में पूरे होने की संभावना नहीं है। ऐसे में इसकी अवधि बढ़ाने के प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजे गए हैं। इसके काम पूरे होने के बाद किसानों को पूरा पानी मिलने लगेगा। अवैध आउटलेट बंद होने से पानी की छीजत रुकेगी।
विष्णु मीणा
कार्यवाहक सहायक अभियंता
लक्ष्मीपुरा डिस्टीब्यूटरी
दायीं नहर खंड द्वितीय
मांगरोल
कोटा बैराज से दो नहरें निकली हैं। दायीं व बायीं दायीं मुख्य नहर 377 किमी. लंबी है जिसमें 124 किमी. राजस्थान में हैं 248 किमी. मध्यप्रदेश में हैं राजस्थान में यह 1027 लाख हैक्टेयर तो मध्यप्रदेश में 3.05 लाख हेकटेयर भूमि को सिंचित करती हैं 2 एक्वेडक्ट कालीसिंध व पार्वती नदी से जो नहरें निकली हैं जो भारत में सबसे बड़ी हैं। लक्ष्मीपुरा डिस्ट्रीब्यूटरी विश्व बैंक का प्रोजेक्ट हैं इसके दुरस्तीकरण के बाद सब कुछ ठीक हुआ तो 1.56 लाख टन अतिरिक्त पैदावार होगी।