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बांसवाड़ा : भगवान का भोग श्रद्धालुओं के भरोसे, देवस्थान के मंदिरों में व्यवस्था चौपट

locationबांसवाड़ाPublished: Dec 29, 2018 11:13:51 am

Submitted by:

deendayal sharma

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बांसवाड़ा : भगवान का भोग श्रद्धालुओं के भरोसे, देवस्थान के मंदिरों में व्यवस्था चौपट

बांसवाड़ा. भगवान की व्यवस्था में ही गड़बड़ी। जिले में देवस्थान विभाग के अधीन प्रत्यक्ष प्रभार के 58 मंदिरों में भगवान के भोग की व्यवस्था चौपट हो गई है। महीनों से पुजारियों तक राशन नहीं पहुंच रहा है और ऐसे में ठाकुरजी का सुबह-शाम का भोग श्रद्धालुओं पर निर्भर हो चला है, हालांकि विभागीय अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जो पुजारी दिवंगत हो गए, उनके मंदिर छोडकऱ शेष 33 मंदिरों में सामग्री आपूर्ति हो रही है।
विभाग के अधीन इन 58 मंदिरों में पुजारी 1800 रुपए मासिक मानदेय पर हैं और इन्हीं में महावार राशन सामग्री भेजने की व्यवस्था है। शहर के श्रीआचार्य मंदिर, भंडारिया हनुमान मंदिर और श्रीकृष्ण मंदिर पालोदा समेत कई मंदिरों को तो अप्रैल से भोग का राशन नहीं मिला है।
यह है बंदोबस्त और पेच
मंदिरों को ठेकेदार के जरिए 1500-1500 रुपए की 13 तरह की सामग्री देय है। भोग की सामग्री नहीं मिलने की पड़ताल की गई, तो कई पुजारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि महीनों से कुछ नहीं मिला। विभागीय दस्तावेज टटोले गए, तो पता चला कि कई मंदिरों के नाम के भोग सामग्री के भरे हुए प्रपत्र दफ्तर में पड़े हैं। रिकार्ड पर महीनों पुराने प्रपत्र की मूल कॉपियां भी मिली, जबकि सामान दिया है तो प्रतियां पुजारियों के पास होनी चाहिए थी। यह तथ्य भी सामने आया कि मंदिरों के पुजारी घटने पर लंबे समय से 33 मंदिरों को ही सामान भेजने के लिए आदेश हैं, वहीं ठेकेदार कई जगह सप्लाई ही नहीं दे रहा और अधूरे रिकार्ड को भी कोई देख तक नहीं रहा है।
इसलिए भगवान भरोसे है भोग
दिवंगत हुए पुजारियों के कारण रिक्त मंदिरों के लिए नई भर्ती नहीं हुई, तो पुजारियों के परिजन सेवा में लग गए। इन्हें मानदेय नहीं दिया जाता, लेकिन कई जगह भोग की सामग्री भेजने की व्यवस्था बनी हुई है। कुछ मंदिरों में बुजुर्ग पुजारी के बच्चे सेवा कर रहे हैं। ऐसे में सामग्री नहीं मिलने की शिकायत पर विभागीय अधिकारी उन्हें बेदखल नहीं कर दे, इस भय से कोई कुछ कह नहीं रहा है और भोग भगवान और मंदिर में आने-वाले श्रद्धालुओं के भरोसे ही है।
यह मिलता है सामान
गेहूं का आटा 5 किलो, देसी घी 1 किलो, चावल 2 किलो, शक्कर 1.5 किलो, मूंगफली तेल, 1 किलो, मूंग मोगर 1.9 किलो, नमक 1 किलो, मिर्च 200 ग्राम, धनिया और हल्दी पाउडर 100-100 ग्राम, अगरबत्ती एक पुड़ा, मिश्री आधा किलो, कुमकुम 1 रोल ( कुल कीमत 1500 रुपए )
इनका कहना है…
देवस्थान विभाग के निरीक्षक अमरसिंह का कहना है कि एक शिकायत मिली थी तो खुद जाकर सामग्री दिलवाई। बाकी मंदिरों में भी सप्लाई की गड़बड़ी है, तो खुद जांच करेंगे।
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