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बांसवाड़ा : बच्चों को पोषण देने सरकारी स्कूलों में नवाचार, अब प्रार्थना के बाद मिलेगा दूध का गिलास

पोषाहार में सप्ताह में तीन बार मिलेगा दूध, दो जुलाई से पहली से आठवीं के विद्यार्थी होंगे लाभान्वित

बांसवाड़ाMay 23, 2018 / 04:48 pm

Ashish vajpayee

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बांसवाड़ा : बच्चों को पोषण देने सरकारी स्कूलों में नवाचार, अब प्रार्थना के बाद मिलेगा दूध का गिलास

बांसवाड़ा. मिड डे मील कार्यक्रम के अन्तर्गत राजकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से आठवीं में अध्ययनरत बच्चों को दो जुलाई से दुग्ध पोषाहार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री बजट घोषणा के बाद इसे अन्नपूर्णा दूध योजना के नाम से जाना जाएगा। योजना में पंजीकृत महिला दुग्ध समितियों को जोड़ा जाएगा, ताकि विद्यार्थियों की संख्या के अनुरूप दुग्ध की आपूर्ति हो सके।
राजकीय विद्यालयों में नामांकन में वृद्धि, ड्रॉप आउट बच्चों को रोकने, उनके पोषण में वृद्धि की मंशा को लेकर आरंभ की गई योजना के तहत वर्तमान में पोषाहार से लाभान्वित सभी राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक स्कूलों और मदरसों में अध्ययनरत विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। बच्चों को सप्ताह में तीन बार दुग्ध पोषाहार दिया जाएगा। यह प्रार्थना सभा के बाद दिया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में शाला प्रबन्धन समिति द्वारा उच्च गुणवत्तायुक्त ताजा दूध की खरीद होगी। इसमें पंजीकृत महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों से वितरण होगा। समिति नहीं होने की दशा में अन्य पंजीकृत सहकारी समिति, महिला स्वयं सहायता समूह से सहयोग लिया जा सकेगा।
वार किए तय
दुग्ध पोषाहार वितरण के लिए दिन भी तय कर दिए गए हैं। शहरी क्षेत्र में सोम , बुध और शुक्रवार व ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को दूध दिया जाएगा। शहरी क्षेत्र में दूध सरस डेयरी से क्रय किया जाएगा। पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी की ओर से दूध वितरण के लिए विद्यालयवार दिवसों का निर्धारण किया जा सकेगा। उन्हें स्कूलों में जाने वाले दूध के समान वितरण और समान मांग पर निगरानी रखनी होगी।
यह किया निर्धारण
पहली से पांचवीं कक्षा में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति लीटर 35 रुपए और शहरी क्षेत्र में प्रति लीटर 40 रुपए दिया जा सकेगा। पहली से पांचवीं के बच्चे को 150 एमएल तथा छठीं से आठवीं के विद्यार्थियों को निर्धारित दिन 200 एमएल दूध दिया जाएगा।
ये हैं आंकड़े
178086 बच्चे पहली से पांचवीं में नामांकित
96031 उच्च प्राथमिक में नामांकन
11 ब्लॉक कुल जिले में
17 से 20 हजार लीटर दूध का रोजाना संग्रहण
140 दुग्ध समितियां, करीब 55 महिलाओं की समितियां

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