सोमवार को दोपहर ढाई बजे जिला अस्पताल में महिला चंपा बाई पति रामस्वरूप (24) निवासी भाठागांव का डॉक्टरों के विशेष प्रयास से प्रसव कराया है। एक साथ तीन बच्चों की खुशी मां के चेहरे पर साफ देखी जा रही है। वही जिला अस्पताल के प्रसव कक्ष में एक साथ तीन बच्चों की किलकारी गूंजी तो लोगों की भीड़ लग गई।
लेकिन तीनों बच्चों का वजन कम होने के कारण उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। तीनों बच्चों को शिशु संरक्षण केंद्र जच्चा-बच्चा केंद्र में कड़ी निगरानी में रखा गया है। जिला अस्पताल सिविल सर्जन व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके श्रीमाली ने बताया कि महिला तो स्वस्थ्य है, लेकिन तीनों बच्चो का वजन कम है। इस कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।
जन्म के बाद दो बच्चों को तो सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इस वजह से उसे ऑक्सीजन लगाया गया है। कड़ी निगरानी में तीनों बच्चों का उपचार चल रहा है। जब तक तीनों बच्चों की वजन कम से कम 1800 ग्राम नहीं होगा, तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता है। डॉक्टर बच्चों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक पहले बच्चे का वजन 1250 ग्राम, दूसरे बच्चे का वजन 1610 ग्राम व तीसरे बच्चे का वजन 1620 ग्राम है। इस सफल प्रसव कराने में डॉ. टोमेश श्रीमाली, स्टाफ नर्स एस देवदास, संतोषी यादव, पिंकी साहू, एस नेताम का अहम योगदान रहा।