प्रदेश के वन राय मंत्री सुखराम विश्नोई ने बताया कि राज्य सरकार ने सरिस्का में बाघ एसटी-16 मौत मामले की प्रशासनिक जांच कराने के आदेश जारी किए हैं। प्रमुख शासन सचिव बाघ की मौत मामले में अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही की जांच करेंगे। जांच अधिकारी को बाघ के मौत मामले में लापरवाह कार्मियों एवं अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के आदेश दिए गए हैं। जांच के दौरान सरिस्का बाघ परियोजना में सुरक्षा व्यवस्था के आंकलन और सरिस्का में प्रबंधन व्यवस्था एवं अन्य पहलुओं पर जांच कर विभिन्न सुविधाओं के सुधार पर भी सुझाव देंगे। रा’य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने बताया कि राज्य सरकार स्तर पर प्रमुख शासन सचिव सहकारिता को प्रशासनिक जांच सौंपी गई है।
पहले ही कहा था सरकार स्तर कराएंगे जांच सरिस्का में बाघ एसटी-16 की मौत के दौरान ही मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बरेली, देहरादून सहित अन्य स्थानों से विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सकों को बुलाकर पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए थे। इन्हीं निर्देशों के बाद जिला जिला कलक्टर ने अलग-अलग स्थानों से विशेषज्ञ चिकित्सक बुलवाकर बाघ का पोस्टमार्टम कराया। उन्होंने विभागीय जांच के अलावा सरकार स्तर पर भी मामले की जांच के आदेश दिए थे।
विभागीय जांच पहले ही हो चुके राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने कहा कि बाघ एसटी-16 की मौत मामले की जांच पूरी कर राज्य व केन्द्र सरकार को भेज दी है। उन्होंने कहा कि बाघ की मौत के बाद एनटीसीए के प्रोटोकॉल के तहत जांच कराने का प्रावधान होता है। इसी के तहत जांच पूरी कर रिपोर्ट राज्य व केन्द्र सरकार को सौंप दी है।