मदरसा शिक्षा सहयोगी अपनी मांगों को लेकर सोमवार सुबह 11 बजे रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। उनके हाथों में बैनर और तख्तियां थीं जिन पर राज्य सरकार के खिलाफ नारे लिखे थे। आजाद पार्क से रैली निकाल कर कलक्ट्रेट पहुंचे शिक्षा सहयोगियों ने गहलोत सरकार और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद धरने पर बैठ गए।
संघ के अध्यक्ष बदरूद्दीन ने बताया कि मदरसा पैराटीचर्स पिछले 15 सालों से मात्र 7200 से 9075 रुपए में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। उनका न तो आज तक मानदेय बढ़ाया गया और न ही नियमित किया गया। कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में इस मुद्दे को शामिल किया लेकिन सरकार बनने के छह महीने बाद भी कुछ नहीं किया। केवल कमेटी बनाकर इतीश्री कर दी गई। बदरूद्दीन का कहना है कि सभी सरकारों ने ऐसा ही किया है, केवल कमेटी बना कर इतिश्री की गई है। इस बार हम मानने वाले नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि आज से जिले के सभी मदरसे बंद रहेंगे और 28 जुलाई तक कलक्ट्रेट के बाहर धरना दिया जाएगा। इसके बाद भी मांगे नहीं मानी गई तो विधानसभा का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा। राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के सचिव मोहसिन खान ने बताया कि राजस्थान के बजट सत्र में मदरसा शिक्षा सहयोगियों को काफी उम्मीदें थीं लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। इससे प्रदेशभर के मदरसा शिक्षा सहयोगियों में रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि सोमवार को धरने में जिले के करीब 180 मदरसा पैराटीचर्स शामिल हुए हैं।
————————– मदरसा बोर्ड के पैरा टीचर्स बेमियादी हड़ताल पर नसीराबाद. मदरसा बोर्ड के अधीन स्थानीय दो मदरसे के पैरा टीचर्स सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। मदरसा बोर्ड के अधीन टेकरी की मस्जिद के समीप स्थित मौलाना दाऊद अली मदरसा व बड़ी मण्डी क्षेत्र स्थित मदरसे के कुल 9 पैरा टीचर मानदेय नियमित करने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए। पैरा टीचर सोमवार को अजमेर कलेक्ट्रेट स्थित जिला स्तरीय प्रदर्शन में भाग लेने गए।