जानकारी के अनुसार प्रदेश में चालू वर्ष में एक जनवरी से लेकर छह अगस्त तक स्वाइन फ्लू से 1344 लोग पीडि़त हुए। उनमें से 170 की मृत्यु हो गई। इसकी शहरी स्थिति पर गौर करें तो अहमदाबाद शहर में 37, वड़ोदरा ०५, सूरत 10, राजकोट 17,जामनगर दो, भावनगर 1,जूनागढ़ तीन एवं गांधीनगर शहर में एक जने की मृत्यु हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में से कच्छ जिले 14, राजकोट 13,जूनागढ़ सात, भरुच ०६, गिरसोमनाथ ०४, जामनगर ०७, वड़ोदरा एक, गांधीनगर छह, अहमदाबाद एक, आणंद तीन, सुरेन्द्रनगर सात, महेसाणा एक, साबरकांठा दो, अमरेली तीन, वलसाड़ तीन, अरवल्ली,भावनगर, पोरबन्दर, मोरबी,खेड़ा, तापी में एक-एक, पाटण, महिसागर में दो-दो, एवं बनासकांठा जिले में तीन जनों ने जानें गंवाईं।
भावनगर में स्वाइन फ्लू से दो की मौत
भावनगर के सर टी अस्पताल में भी स्वाइन फ्लू के कारण दो मरीजों की मौत हो गई। बोटाद निवासी प्रोढ़ को दो दिन पूर्व स्वाइन फ्लू की आशंका में अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से स्वाइन फ्लू का उपचार शुरु किया गया। इस दौरान शुक्रवार रात को उनकी मौत हो गई। इसके अलावा भावनगर जिले के महुवा निवासी महिला की भी स्वाइन फ्लू के कारण शनिवार को मौत हो गई। अभी तक भावनगर में स्वाइन के कारण चार मरीजों की मौत हो गई।
जामनगर में ८० मरीज
जामनगर. जामनगर शहरी एवं ग्राम्य क्षेत्रों में स्वाइन फ्लू के ८० मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। डोर-टू-डोर सर्वे का कार्य शुरू किया गया है। जिलेभर में घर-घर सर्वे किया जा रहा है। जिले में ६०० एवं शहर में १०० कर्मचारी काम कर रहे हैं। कलक्टर कलक्टर आर. जे. माकडिया ने बताया कि जारी वर्ष में स्वाइन फ्लू का पहला मरीज १३ मार्च को दिखाई दिया और १० अगस्त तक ग्राम्य क्षेत्रों में २९ मरीज दर्ज किए गए हैं। कॉर्पोरेशन एवं ग्राम्य क्षेत्रों में ५१ मरीज हैं।
जामनगर में पांच मरीज पॉजिटिव
उधर, जामनगर के सरकारी अस्पताल में शनिवार को और पांच मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही स्वाइन फ्लू पॉजिटिव मरीजों की संख्या १३ हो गई है।
104 हेल्पलाइन का 108 के साथ संयोजन
स्वास्थ्य राज्यमंत्री शंकर चौधरी ने शनिवार को अहमदाबाद में ताबड़तोड़ बुलाई प्रेस कॉन्फ्रें स में कहा कि स्वाइन फ्लू की जांच के लिए राज्य के नौ मेडिकल कॉलेज में परीक्षण की व्यवस्था है। इलाज के लिए दो हजार सार्वजनिक चिकित्सा संस्थान हैं। संदिग्ध मरीजों को विशेष चिकित्सा के लिए कार्यरत 104 हेल्प लाइन सेवा को संकटकालीन चिकित्सा सेवा 108 के साथ संयोजन किया गया है।