राजनीतिक स्थिरता लाने पर हो ध्यान
बीते बुधवार को कराची (Karachi) में सिंध सीएम हाउस में एक घंटे की बैठक में ये चर्चा हुई। कराची के व्यापारिक समुदाय ने आर्थिक मुद्दों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के कदमों की सरहना तो की लेकिन उन्हें अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए राजनीतिक स्थिरता लाने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
इमरान खान के साथ भी हो पैच-अप
इन नेताओं ने भारत के साथ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था (Pakistan Economy) को उबारने के लिए भारत के साथ बाचतीच करने की सलाह दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने प्रधानमंत्री से भारत के साथ व्यापार वार्ता शुरू करने के लिए भी कहा। एक नेता ने तो ये भी कह दिया कि PM शहबाज़ शरीफ कुछ और देशों से हाथ मिलाएं। उनमें से एक भारत के साथ व्यापार के संबंध में है, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बहुत फायदा पहुंचेगा। इसके अलावा उन्हें जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ भी पैच अप करना चाहिए।
पाकिस्तान ने भारत के साथ खत्म कर लिए थे व्यापारिक संबंध
बता दें कि भारत के 5 अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध टूट गए थे। भारत के इस फैसले पर पाकिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। पाकिस्तान ने भारतीय राजदूत को भी पाकिस्तान से बाहर जाने को कह दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ सीधे व्यापार संबंध भी खत्म कर दिए हैं।
पीएम शरीफ ने नहीं दिया कोई जवाब
वहीं दूसरी तरफ भारत के साथ व्यापार वार्ता को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने किसी भी तरह का जवाब देने से परहेज किया। हालांकि उन्होंने दावा किया है कि नेताओं ने जो आर्थिक विकास के लिए जो प्रस्ताव दिए हैं, उन सभी प्रस्तावों को नोट कर लिया है और उन्हें आश्वासन दिया है कि वो जल्द ही देश भर के व्यापारियों को इस्लामाबाद में आमंत्रित करेंगे और सभी मुद्दों पर उनके साथ बैठेंगे।