छिंदवाड़ा। जम्मू कश्मीर के पुंछ में वायुसेना के काफिले में चार मई को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए छिंदवाड़ा के सपूत विक्की पहाड़े का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह वायुसेना के विशेष विमान से ईमलीखेड़ा स्थित हवाई पट्टी लाया गया।
इसके बाद पार्थिव शरीर विशेष वाहन से शहीद के नोनिया करबल स्थित घर ले गए। कुछ देर बार घर से शहीद की अंतिम यात्रा निकली।
शहीद जवान विक्की पहाड़े के अंतिम दर्शन करने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सोमवार सुबह हवाई पट्टी पर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि हमारे बहादुर जवान पर हमें गर्व है, जिसने अपने कर्तव्य की बलिवेदी पर मातृ सेवा में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया।
शहीद की अंतिम यात्रा शहर के कई मार्गों और गलियों से गुजरती हुई शाम चार बजे पातालेश्वर मोक्षधाम पहुंची। यहां अंतिम संस्कार किया गया।
परिजन व वहां मौजूद सभी लोगों ने पुष्प अर्पित कर अंतिम विदाई दी। इस दौरान पत्नी रीना पहाड़े पार्थिव शरीर से लिपट गईं।
हजारों लोगों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा कर नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा विक्की तेरा नाम रहेगा…जैसे नारे लगाए जा रहे थे। अंतिम यात्रा में शामिल लोगों के हाथों में तिरंगा था, जिसे वे लहरा रहे थे।
शहीद का पार्थिव शरीर घर से शहर के कई स्थानों से होता हुआ मोक्षधाम पहुंचा। जहां शाम पांच बजे गॉर्ड ऑफ ऑनर के बाद उन्हें पुत्र हार्दिक पहाड़े के हाथों मुखाग्रि दी गई। मोक्षधाम में शहीद पिता के पार्थिव शरीर के पास तिरंगा हाथों में लेकर खड़ा पांच वर्षीय बेटा हार्दिक पहाड़े।