दरअसल, बगदादी ने मोसुल में जारी लड़ाई के बाद अपना पहले संदेश जारी किया है। ख़ास बात ये है कि इस सन्देश में बगदादी ने इस संघर्ष में आईएस की ही जीत के प्रति विश्वास व्यक्त किया है।
बगदादी के ऑडियो रिकॉर्डिंग को समर्थकों की ओर से ऑनलाइन जारी किया गया है। इस रिकॉर्डिंग में कहा गया, ”इस्लामिक स्टेट यहां सिर्फ संपूर्ण युद्ध लड़ रहा है और यह बड़ा जिहाद है। मेरा विश्वास है कि इसमें जीत मिलेगी।” आईएस सरगना ने मोसुल के निनवेह प्रांत के लोगों से अल्लाह के दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई का आह्वान किया है।
गौरतलब है कि आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट (आईएसआईएस) का खात्मा करने के लिए इराकी सेना ने कमर कसते हुए दो साल में पहली बार उत्तरी इराक के मोसुल में आरपार की लड़ाई छेड़ दी है। इस जंग को आईएस के खिलाफ निर्णायक जंग के रूप में देखा जा रहा है।
इसके साथ ही मोसुल में इराकी सेना की आईएस के खिलाफ यह कार्रवाई और ज्यादा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि खुद को खलीफा घोषित करने वाले अबु बक्र अल बगदादी को शहर के अंदर ही छिपा हुआ माना जा रहा है।
द इंडिपेंडेट में छपी खबर के मुताबिक कुर्दिश राष्ट्रपति मसूद बर्जानी के प्रमुख अधिकारी फौद हुसैन ने एक साक्षात्कार में बताया कि उनकी सरकार के पास तमाम स्रोतों से यह खबर है कि “बगदादी वहां हैं और अगर वो मारा जाता है तो इसका मतलब पूरे आईएसआईएस के तंत्र का खात्मा हो जाएगा।”
ऐसे में इस जंग के बीच में ही आईएसआईएस को एक नया खलीफा चुनना पड़ेगा लेकिन बगदादी के किसी भी उत्तराधिकारी के पास इसके चयन का अधिकार नहीं है। मालूम हो कि बगदादी ने जून 2014 में मोसुल में कब्जा जमाने के बाद खुद को खलीफा घोषित कर दुनिया को हैरान कर दिया था।