गैरी की चार महीने की बेटी जोंस प्लेजियोसेफ्ली नाम की बीमारी से जूझ रहा था। इस बीमारी से जूझने वाले बच्चों का दिमाग औसत आकार से बड़ा हो जाता है। इस वजह से उनके सिर पर हेलमेट लगाया जाता है। गैरी ने जोंस का इलाज कई डॉक्टरों कराया आखिर में एक डॉक्टर ने उन्हें सलाह दी कि बच्चे को हमेशा हेलमेट पहनाया जाए तो उसके सिर के आकार में सुधार हो सकता है। जोंस को हेलमेट की वजह से बहुत परेशानी होती थी उसकी परेशानी को देखते हुए उसके परिवार के हर सदस्य ने हेलमेट पहनना शुरू कर दिया। दरअसल एक दिन जोंस की बहन ने अपने छोटे भाई को इस तरह हमेशा हेलमेट पहने देख खुद भी हेलमेट पहनना शुरू कर दिया। गैरी को एहसास हुआ कि इस तरह जोंस को लगेगा कि सभी उसके जैसे ही हैं। यह देखते हुए गैरी और उसके परिवार ने तब तक हेलमेट पहनने की सोची जब तक जोंस ठीक न हो जाए।