बीएचयू बवाल के बाद विश्विद्यालय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक सब एक्टिव हो गए। धरने पर बैठे छात्रों से मिलने रात में खुद डीएम सुरेन्द्र सिंह गए। उन्होंने करीब एक घंटे तक छात्रों से बात की। काफी समझाने की कोशिश भी की। दूसरी ओर रात को कई थानों की फोर्स बीएचयू में मौजूद रही। बताते चलें कि बवाल के बाद विश्वविद्यालय के वीसी राकेश भटनागर ने विश्वविद्यालय के रुइया एनेक्सी रुइया मेडिकल एलबीएस बिरला छात्रावासों के छात्रों को सामान सहित हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया था। इसके विरोध में बिरला चौराहे पर हॉस्टलों के छात्र आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए धरने पर बैठ गए। छात्रों का कहना है कि बिना सूचना दिए हॉस्टल खाली नहीं कराया जा सकता। वह धरना स्थल पर वीसी को बुलाने की मांग पर भी अड़े रहे।
बताते चलें कि बीते 23 सितंबर सोमवार की शाम सर सुंदरलाल अस्पताल में छात्र और जूनियर डॉक्टरों में मारपीट हुई थी। बाद में यह मामला बढ़ा तो परिसर में पत्थरबाजी और आगजनी तक हुई। कई थानों की पुलिस बुलाकर हालात को काबू में करने की कोशिश की गयी। तकरीबन तीन घंटे तक बवाल चलता रहा। रात में ही पुलिस ने मार्च निकाला और हल्का बल प्रयोग भी किया।
Input By- Sunil Yadav