गौरतलब है विगत 5 दिसंबर को दुष्कर्म पीड़िता की संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से उस समय गंभीर रूप से झुलस गई थी। जब वह अपने वकील से मिलने जा रही थी। गंभीर रूप झुलसी दुष्कर्म पीड़िता की सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जिसका शव देर रात गांव पहुंचा। जिला प्रशासन लगातार पूरे मामले बनाए हैं। जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे पूरे मामले में निगाह रखे हैं। घटना को राजनीतिक रंग देने के देने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां लगी हुई है। कांग्रेस से प्रियंका गांधी से लेकर समाजवादी पार्टी सुनील सिंह साजन, पूर्व विधायक उदय राज यादव वहीं सत्ता पक्ष के क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज, स्वामी प्रसाद मौर्य, जनपद प्रभारी मंत्री कमल रानी वरुण सहित शनिवार के दिन नेताओं के चहल कदमी का केंद्र बिंदु बना रहा पीड़िता का गांव। मुख्यमंत्री द्वारा पीड़ित परिवार को ₹2500000 का चेक दिया जा चुका है। लेकिन अब इनकी मांग से जिला प्रशासन के माथे पर शिकन है। पीड़िता के पिता का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा। इस संबंध में बातचीत करने पर अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडे ने कहा है कि परिवार के सदस्यों से अंतिम संस्कार के लिए बातचीत चल रही है।