scriptLok Sabha Election 2024 : यहां जीत जरूरी, इन सीटों पर टिका बीजेपी के अबकी बार 400 पार का दारोमदार | Lok Sabha Election 2024 : MP Lok Sabha Election 2024 | Patrika News
भोपाल

Lok Sabha Election 2024 : यहां जीत जरूरी, इन सीटों पर टिका बीजेपी के अबकी बार 400 पार का दारोमदार

बीजेपी ने अबकी बार 400 पार का जो नारा दिया है उसे साकार करने के लिए इन सीटों पर पूरा जोर लगा दिया है।

भोपालApr 28, 2024 / 08:01 pm

deepak deewan

bjp400
Lok Sabha Election 2024 : देशभर में लोेकसभा चुनावों की सरगर्मियों के बीच मध्यप्रदेश में भी तीसरे और चौथे चरण के लिए प्रचार अभियान तेज हो चुका है। एमपी में दो चरणों की वोटिंग हो चुकी है और अब 7 मई को तीसरे चरण के लिए वोटिंग होगी। तीसरे चरण में प्रदेश में नौ सीटों पर मतदान होना है। बीजेपी ने अबकी बार 400 पार का जो नारा दिया है उसे साकार करने के लिए इन सीटों पर पूरा जोर लगा दिया है।
जहां तीसरे चरण की वोटिंग होनी है उनमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुना, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विदिशा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह की राजगढ़ सीट सबसे अहम है। सभी नौ सीटों पर बीजेपी की कांग्रेस से सीधी टक्कर दिख रही है। इन तीन सीटों के अलावा भोपाल, बैतूल, सागर, ग्वालियर, मुरैना और भिंड सीट पर भी वोटिंग होगी।
अहम मुद्दे
— बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे और उनकी गारंटियों के अलावा राम मंदिर तथा हिंदुत्व पर जोर दे रही है।
— कांग्रेस महंगाई, युवाओं की बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे उठा रही है।
— अभी सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है
— कुछ सीटों पर बीजेपी लंबे समय से जीतती आ रही है।
— इनमें से अधिकांश सीटों पर जाति का फैक्टर हावी है।
गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट
बीजेपी के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने कांग्रेस के यादवेंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर अब तक के 19 चुनाव में 11 चुनाव सिंधिया परिवार जीता पर 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हार गए थे। बाद में वे बीजेपी में आए। यहां यादव वोट निर्णायक हैं।
गुना सीट पर 2019 में बीजेपी के केपी यादव ने 1.25 लाख वोटों के अंतर से कांग्रेस के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया।

विधानसभा के हाल- गुना सीट पर 8 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 6 सीटें बीजेपी के पास और दो सीटें कांग्रेस के पास हैं।
राजगढ़ लोकसभा सीट
राजगढ़ सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह हैं जोकि भावनात्मक लाभ लेने के लिए इसे अपना अंतिम चुनाव बता चुके हैं। राजगढ़ से वे पहले दो बार सांसद रह चुके हैं। बीजेपी प्रत्याशी दो बार के सांसद रोडमल नागर हैं। यहां बीजेपी कांग्रेस में कांटे की टक्कर बताई जा रही है।
2019 में रोडमल नागर सवा 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे। 2004 से यहां बीजेपी का कब्जा है।

विधानसभा के हाल- राजगढ़ लोकसभा के अंतर्गत आठ विधानसभा सीटें हैं जिनमें से 6 पर भाजपा और 2 पर कांग्रेस का कब्जा है।
विदिशा लोकसभा सीट
बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री और पांच बार के सांसद शिवराज सिंह चौहान के सामने कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा चुनाव मैदान में हैं। शिवराज सिंह और प्रतापभानु शर्मा गांव गांव घूमकर प्रचार कर रहे हैं।
2019 में रमाकांत भार्गव रिकार्ड 5.3 लाख वोटों से जीते थे। यह सीट 1989 से बीजेपी के कब्जे में है।

विधानसभा के हाल- विदिशा लोकसभा सीट के तहत आनेवाली 8 विधानसभा सीटों में से 7 पर बीजेपी काबिज है जबकि केवल एक सीट कांग्रेस के पास है।
भोपाल लोकसभा सीट
पूर्व महापौर आलोक शर्मा बीजेपी के उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव को अपना प्रत्याशी बनाया है। सीट पर वोटों का ध्रुवीकरण होता रहा है। यहां करीब पांच लाख मुस्लिम वोटर्स, तीन लाख ब्राह्मण और ढाई लाख कायस्थ वोटर्स हैं।
2019 में बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को 3.86 लाख वोटों से हराया था। सीट पर सन 1989 से बीजेपी का कब्जा है।

विधानसभा का हाल- भोपाल लोकसभा सीट के अंतर्गत आनेवाली 8 विधानसभा सीटों में से 6 पर भाजपा का और 2 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है।
मुरैना लोकसभा सीट
बीजेपी प्रत्याशी पूर्व विधायक शिवमंगल सिंह तोमर के सामने कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू हैं। सत्यपाल की भाभी शोभा सिकरवार ग्वालियर की मेयर हैं और उनके भाई सतीश सिकरवार भी विधायक हैं।
2019 में बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर ने 1.13 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। सीट पर 1996 से बीजेपी का कब्जा है।

विधानसभा का हाल- मुरैना लोकसभा सीट के अंतर्गत आनेवाली विधानसभा सीटों में पांच पर कांग्रेस काबिज है। तीन सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।
भिंड लोकसभा सीट
यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यहां पर बीजेपी की सांसद संध्या राय के सामने कांग्रेस ने विधायक फूलसिंह बरैया को चुनावी मैदान में उतारा है। यहां 30 प्रतिशत से ज्यादा दलित और आदिवासी वोटर्स हैं।
2019 में बीजेपी प्रत्याशी 1,99 लाख वोट से जीती थीं। सीट पर 1989 से बीजेपी का कब्जा है।

विधानसभा का हाल- भिंड लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों में से 4 पर भाजपा और 4 पर ही कांग्रेस का कब्जा है।
ग्वालियर लोकसभा
बीजेपी के भारत सिंह कुशवाह और कांग्रेस के प्रवीण पाठक का सीधा मुकाबला है। दोनों ही प्रत्याशी अपना पिछला विधानसभा चुनाव हार चुके हैं।

2019 में बीजेपी के प्रत्याशी 1,46 लाख वोटों से चुनाव जीते थे। यहां 2007 से बीजेपी लगातार चार लोकसभा चुनाव जीत चुकी है।
विधानसभा का हाल- ग्वालियर की 8 विधानसभा सीटों में से चार पर भाजपा और चार पर कांग्रेस के विधायक हैं।

बैतूल हरदा लोकसभा सीट
यह सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। बीजेपी प्रत्याशी सांसद दुर्गादास उइके के सामने कांग्रेस ने भी पूर्व प्रत्याशी रामू टेकाम को ही उतारा है।
2019 में बीजेपी के दुर्गादास उइके ने कांग्रेस के रामू टेकाम को 3,60 लाख वोटों से हराया था। यह सीट 1996 से बीजेपी के पास है।

विधानसभा का हाल- बैतूल लोकसभा की 8 विधानसभाओं में से 6 पर भाजपा और 2 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।
सागर लोकसभा सीट
राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष लता वानखेड़े बीजेपी प्रत्याशी हैं जबकि कांग्रेस ने गुड्डू राजा बुंदेला को चुनावी मैदान में उतारा है।

2019 में बीजेपी प्रत्याशी तीन लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते थे। यह सीट 1996 से भाजपा के पास है।
विधानसभा का हाल- सागर लोकसभा में 8 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें से 7 बीजेपी के पास और एक सीट कांग्रेस के पास है।

Home / Bhopal / Lok Sabha Election 2024 : यहां जीत जरूरी, इन सीटों पर टिका बीजेपी के अबकी बार 400 पार का दारोमदार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो