शिप्रा में डूबकर मरने से होने वालों हादसों को रोकने निगम प्रशासन अब प्रमुख घाटों पर प्रशिक्षित तैराक तैनात करेगा। पहले इनका रजिस्ट्रेशन होगा और नियत पारिश्रमिक पर इन्हें ८-८ घंट की ड्यूटी पर लगाया जाएगा। साथ ही कुछ घाट स्थलों को स्नान के लिए प्रतिबंधित करने पर निगम प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करेगा। बुधवार को निगमायुक्त डॉ. विजय कुमार ने अपने कक्ष में होमगॉर्ड कमाडेंट सुमंत जैन व तैराक दल सदस्यों को बुलाकर सुझाव लिए और कार्ययोजना तैयार की।
निगमायुक्त से तैराकों ने कहां की नृसिंह घाट, लालपुल घाट रामघाट क्षेत्र के आगे वाले भाग में स्नान प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। ताकी कुछ ही स्थानों पर निगरानी व सुरक्षा इंतजाम करना पड़े। इसे उन्होंने उचित माना और कहां की वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर ऐसे पाइंट चिन्हित करेंगे। साथ ही वे बोलें की अच्छे तैराकों का निगम पंजीयन करेगा और पारिश्रमिक देकर सुरक्षा के लिए उन्हें घाटों पर तैनात करेगा। साथ ही उन्होंने घाट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जुटाने के लिए भी उपायुक्त आरपी श्रीवास्तव को निर्देशित किया।
सुरक्षा के लिए ये प्रबंध होंगे घाट पर सूचना बोर्ड लगेंगे। चेतावनी तैराकों का विवरण।
डूबते को बचाने के लिए एक समय में ५ से ७ तैराक तैनात रहेंगे। अलसुबह से शाम तक तैराकों की व्यवस्था रहेगी, इनके नंबर भी लिखे होंगे।
विशेष पर्व व त्योहारों पर निगम सुरक्षा के अन्य प्रबंध करेगा।
बैठक में तैराक दल के राधेश्याम पंथी, मुकेश चौरसिया, दिलीपसिंह तोमर व अखलाक खान आदि मौजूद रहे।