वहीं पंचायत समिति सेमारी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय नाला फला के मतदान केंद्र पर विशेष योग्यजन राकेश ने पहली बार मतदान किया। चलने-फिरने में असक्षम राकेश को स्काउट-गाइड वॉलिंटियर्स ने मतदान बूथ तक पहुँचाया। मतदान कर राकेश को बहुत अच्छा लगा और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी पूरी होने का एहसास उसके चेहरे से साफ झलक रहा था। राकेश को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय घोड़ासर की छात्रा रानी और मनीषा स्काउट गाइड वॉलिंटियर्स ने बूथ तक पहुँचाया।
इधर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राठौड़ में पूरी बारात ने एक साथ मतदान किया। हुआ यूं की दूल्हा हरीश अपनी बारात लेकर ससुराल गया था तथा शादी समारोह संपन्न होने के बाद दुल्हन को लेकर लौटते हुए घर नहीं जाकर सीधे बारात समेत मतदान केंद्र पर पहुंचा और सभी बारातियों ने मतदान कर राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।
पंचायत समिति सेमारी के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय जोधपुरिया में सांय 5 बजे तक 90 फ़ीसदी से अधिक मतदान हुआ, यहां हरिद्वार की धार्मिक यात्रा संपन्न कर लौटे परिवार घर नहीं गए और तीन बसों समेत ढोल-नगाड़ों के साथ सीधे मतदान केंद्र पर पहुँचे। इन सभी मतदाताओं का उत्साह देख केंद्र पर मौजूद मतदान दल कर्मी भी हर्षित हुए और पूरी ऊर्जा के साथ उन्हें मतदान करवाया।
स्काउट गाइड वोलियंटर्स की भूमिका सराहनीय
लोकसभा चुनाव के मतदान दिवस पर जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक मतदान केंद्र पर राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड मंडल मुख्यालय के वॉलिंटियर्स ने वरिष्ठ व दिव्याग मतदाताओं को सैल्यूट अभिवादन के साथ सम्मानपूर्वक सुगम मतदान करवाने में सहयोग प्रदान किया। जिला संगठन आयुक्त स्काउट सुरेंद्र कुमार पाण्डे ने कि जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल के कुशल नेतृत्व में भारत स्काउट एवं गाइड के वॉलिंटियर ने मतदान केंद्र पर सेवाए दी। इसके लिए जिला स्वीप प्रकोष्ठ प्रभारी कीर्ति राठौड़, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार जैन, सलूंबर जिला शिक्षा अधिकारी पीयूष जैन आदि का सहयोग प्राप्त हुआ। जिले के सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं सचिव स्थानीय संघ ने अपने क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर 2-2 वॉलिंटियर की नियुक्ति कर मतदाताओं को सुगम मतदान के लिए सहयोग प्रदान किया गया। सीओ गाइड विजयलक्ष्मी वर्मा, स्थानीय संघ के सचिव सैम्युल फ्रांसिस, ट्रेनिंग काउंसलर कुंज बिहारी मेनारिया, महेंद्र सिंह झाला,किरण पोखरना और उनकी टीम ने सहयोग मिला।