विधानसभा चुनाव में अभी किसी भी पार्टी ने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। इसके बावजूद सम्भावित उम्मीदवारों ने लोगों को लुभाने के लिए उनके घर दस्तक देना शुरू कर दिया है। मतदाता दीपावली पर इतनी बधाइयां पाकर गद्गद् हो गया है। इससे पहले कभी किसी दीपावली पर इतनी बधाइयां मतदाता को नहीं मिली थी।
साथ ही उनसे सुख-दुख की बात भी की गई। इससे मतदाता भी असंमजस की स्थिति में आ गया कि वह किसके पक्ष में मतदान करे। क्योंकि शुभकामना देने दौरान सभी दावेदारों उसे निकट सम्पर्क वाला बताया है।
कुछ सम्भावित उम्मीदवारों ने उन्हें स्वयं का निजी नम्बर भी दिया। वहीं कम्पनियों से मोबाइल नम्बर की सूची लेकर मतदाताओं को वाइस, वाटसअप एवं वीडियो मैसेज भेज रहे हैं।
शुभकामना में भी जातीय गणित
दावेदार मतदाता को शुभकामना देने में जातीय गणित लगाने में नहीं चूके, जिस मतदाता के घर शुभकामना देने जाते तो उसी समाज के प्रमुख लोगों को भी साथ रखा ताकि लगे की समाज का उन्हें समर्थन हासिल है। वहीं दावेदार अन्य मतदाता के घर जाने के दौरान साथ के लोगों को बदल रहे है, ताकि मतदाता के घर पहुंचने पर उन्हें अपनापन का अहसास कराया जा सके।