इसमें भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री मदन कुमावत, उपप्रधान नन्दकिशोर साहू, तहसील अध्यक्ष रामकिशन धाकड़ आदि ने कहा कि भारतीय किसान संघ समय-समय पर अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को अवगत कराता आया है, लेकिन प्रशासन अनदेखा कर रहा, जो ठीक नहीं है।
बैठक के बाद सभी किसान रैली के रूप उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शन किया। बाद में मुख्यमंत्री के नाम एसडीओ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा कि तहसील क्षेत्र में लगातार बारिश के चलते मूंग, उड़द, तिल, बाजरा की फसलों में 80 से सौ प्रतिशत तक खराबा हो गया है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि शीघ्र मुआवजा नहीं दिया गया तो किसान संघ बडा आंदोलन करने पर विवश होगा। तथा एक अक्टूबर को उपखण्ड अधिकारी कार्यालय का घेराव भी किया जाऐगा। ज्ञापन सौंपने वालों में तहसील मंत्री गिर्राज सैनी, उपाध्यक्ष रामलाल धाकड़, मोजीराम मीणा, चिरंजी लाल, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष एम लईक खान एडवोकेट, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष जसराम मीणा, श्योपाल मीणा, मोरपाल, कजोड़, कमल, टीकाराम, चिरंजीलाल, रामेश्वर चांगल आदि मौजूद थे।
केसीसी ऋण भी तत्काल माफ किए जाएं
देवली. अनियमित वर्षा के चलते फसलों में हुए नुकसान को लेकर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रतनलाल हाड़ा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि उपखण्ड के देवली, दूनी, नगरफोर्ट व नासिरदा क्षेत्र में वर्षा की अनियमितता के चलते उडद, मूंग, तिल, मक्का, बाजरा, ज्वार की फसले खराब हो चुकी है।
ज्ञापन में मांग की है कि ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाया जाए। साथ ही किसानों केसीसी ऋण भी तत्काल माफ किए जाएं। ज्ञापन सौंपने वालों में सत्यनारायण बूलिया, बाबूलाल मीणा, सत्यनारायण तिवाड़ी, मुकेश गर्ग, नरेन्द्र मेहरा, कैलाश माली, जयसिंह मीणा, रामनिवास मीणा थे।