उकाई बांध में करीब दस फीसदी ही पानी बचा है और आने वाले दिनों में सूरत समेत दक्षिण गुजरात में पेयजल संकट गहरा सकता है। जल संकट के आसन्न खतरे से निपटने के लिए मनपा प्रशासन ने पानी की बर्बादी रोकने के लिए बाकायदा अभियान शुरू किया है। सात जोन में स्क्वाड गठित कर पानी बर्बाद कर रहे लोगों पर नजर रखने की हिदायत दी गई है।
यह टीम जोन क्षेत्र में जगह-जगह घूमकर पानी बर्बाद कर रहे लोगों पर नजर रखे हुए है। जहां भी लोग पानी का समझदारी से इस्तेमाल नहीं कर रहे, उन्हें पहले समझाया जाता है। इसके बाद भी पानी की बर्बादी नहीं रोक रहे तो यह स्क्वाड मौके पर ही जुर्माना वसूलने के साथ ही कनेक्शन काटने तक की कार्रवाई कर रही है। आयुक्त एम थेन्नारसन ने साफ कर दिया है कि किसी भी हाल में पानी की बर्बादी रोकने की इजाजत नहीं दी जा सकती। लोगों को पानी की कीमत समझ में आनी चाहिए। हालांकि आयुक्त ने आश्वस्त किया है कि उकाई में पीने के पानी का पर्याप्त भंडार है। भीषण गर्मी के दौरान भी शहर में लोगों को पीने का पूरा पानी मिलेगा। मनपा प्रशासन इन दिनों भी रोजाना करीब १३०० एमएलडी पानी की आपूर्ति कर रहा है।
अब तक काटे 104 कनेक्शन मनपा टीम ने विभिन्न जोनों में कार्रवाई करते हुए 104 घरों में पानी के कनेक्शन काट दिए। यही नहीं २५५ लोगों को नोटिस जारी कर एक लाख रुपए का जुर्माना भी वसूला है।