जिले के अंकलेश्वर और पानोली में पिछले 10 वर्ष से सीपीसीबी की धारा 18 (बी) 1 के कारण समस्या का सामना कर रहे कंपनियों के संचालकों को राज्य सरकार की नई उद्योग नीति से काफी लाभ पहुंचने वाला है। दोनों जीआइडीसी में प्रदूषित पानी की निकासी के लिए जत्थे को बढ़ा दिया गया है। अंकलेश्वर में 150 नई कंपनियों के आने का रास्ता नई नीति से खुल गया है। दोनों जीआइडीसी में रुके पड़े 15 हजार 500 करोड़ के निवेश से अब चार लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
पानोली में लग सकते हैं 50 से ज्यादा नए उद्योग पानोली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रमुख बी.एस. पटेल ने कहा कि पानोली जीआइडीसी को भी 01 एमएलडी की मंजूरी दी गई है जिससे 50 पुराने और नए उद्योगों के लिए मार्ग खुल गया है। यहां पर दो से तीन हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
प्रदूषित पानी की निकासी में होगा फायदा झगडिय़ा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रमुख अशोक पंजवाणी ने कहा कि कंपनियों के केमिकल युक्त पानी को शुद्धिकरण के बाद दरिया में दर तक छोडऩे के लिए ग्रांट की घोषणा सरकार ने की है। इससे झगडिय़ा जीआइडीसी से कंपनियों का पानी सीधे ही दरिया में पाइपलाइन से निकला जाएगा। इससे नई कंपनियों के साथ पुरानी कंपनियों को काफी लाभ होगा। उत्पादन बढऩे के साथ सरकार को राजस्व की प्राप्ति भी होगी।