सरिता को सम्मानित करते हुए जीतू वाघाणी ने कहा कि आदिवासी परिवार की बेटी सरिता ने दौड़ मे प्रदेश और देश को गौरव दिलाया है। कॉलेज के प्राध्यापकों, छात्रों व सहपाठियों की उपस्थिति में सम्मानित होने पर सरिता की आँखों से खुशी के आंसू छलक उठे। सरिता को पढ़ा चुकी अध्यापिका ने उसे गले लगा लिया। इस मौके पर उसके कोच जयमल नायक ने तिरंगे के साथ उसकी तस्वीर भेंट की।
चिखली की कई संस्थाओं ने सरिता को सम्मानित कर प्रोत्साहन राशि भेंट की गई। इस अवसर पर विधायक पियुष देसाई, गणदेवी विधायक नरेश पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष अमिता पटेल, कथाकार प्रफुल पटेल, कलक्टर एमडी मोडिया समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
दुर्दशा की हालत में नदी में पड़ी रही मूर्तियां
वलसाड. ११ दिनों तक गणपति बप्पा की पूजा अर्चना के बाद उनका विसर्जन किया गया, लेकिन उसके बाद मूर्तियों की दुर्दशा की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। रविवार को गणपति महोत्सव का समापन हो गया और सार्वजनिक मंडलों से लेकर घरों में विराजित गणपति बप्पा को धूमधाम से नदी व दरिया में विसर्जित किया गया।सोमवार सुबह जब नदी की हालत देखा तो छोटी से लेकर बड़ी प्रतिमाएं नदी में पड़ी थी।
वलसाड. ११ दिनों तक गणपति बप्पा की पूजा अर्चना के बाद उनका विसर्जन किया गया, लेकिन उसके बाद मूर्तियों की दुर्दशा की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। रविवार को गणपति महोत्सव का समापन हो गया और सार्वजनिक मंडलों से लेकर घरों में विराजित गणपति बप्पा को धूमधाम से नदी व दरिया में विसर्जित किया गया।सोमवार सुबह जब नदी की हालत देखा तो छोटी से लेकर बड़ी प्रतिमाएं नदी में पड़ी थी।
लेकिन मूर्तियों की दुर्दशा की ओर किसी ने ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। नदी में पानी कम होने से बहुत सी मूर्तिया किनारे इस तरह पड़ी थी, मानों उन्हें फेंक कर लोग चले गए हों। बड़ी संख्या में लोग यह देखने नदी किनारे जमा होकर तमाशा देखते रहे। नदी किनारे खड़े एक युवक ने बताया कि पांच फीट से बड़ी प्रतिमा पर रोक लगाने के साथ ही उनका समुद्र में ही विसर्जन करना चाहिए जिससे विसर्जन के बाद इस तरह की दुर्दशा से लोगों की श्रद्धा आहत न हो।